मुकुन्द उपाध्याय की पाती आंदोलन में शामिल हो सभी साथी.....।




 कोरबा(IBN-24NEWS) छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के पंडाल स्थल पर पहुँचने आंदोलन में शामिल होने वाले मेरे ऊर्जावान,सक्रिय,क्रांतिकारी साथियों एवम बहनों कुछ व्यक्तिगत समस्या व पारिवारिक दायित्वों के कारण हो सकता हैं आज पंडाल में शायद नही पहुँच पाऊ और नही पहुँच पाऊँगा तो ,स्वभाविक सी बात है मंच में मैं अपनी बात अपने उद्बोधन के माध्यम से आप सभी तक नही रख पाऊँगा,इसलिये मन मे विचार आया प्रत्यक्ष उपस्थित नही हो पा रहा हु तो अप्रत्यक्ष अपनी बात उस महामंच तक लिख कर पहुँचा दु यही सोंचकर अपनी बात रख रहा हूँ,बात की शुरुआत करता हु घर मे बैठे आंदोलन में शामिल नही होने वाले मेरे सम्मानीय साथियों एवम बहनों से जरा विचार करें।




प्रदेश के 4.50 लाख से अधिक अधिकारी/कर्मचारी और 100 के लगभग कर्मचारी/अधिकारी संगठन जिसमें CEO, तहसीलदार, BEO,संचालक,आयुक्त जैसे अनेकों राजपत्रित अधिकारीगण*एवं तृतीय चतुर्थ कर्मचारी न्यायालय के कर्मचारी,22 अगस्त से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैँ ,,,,,,और आज 4 दिन बीत गया 5वा दिन है किन्तु अब तक इस सरकार ने आंदोलन समाप्ति इस महाआंदोलन पर गतिरोध पर पहल नही किये हैं जो उचित नही।

आप विचार करे अगर कोई भी एक या दो संघ हड़ताल करेगा तो.....?क्या परिणाम होगा?हमारी क्या स्थिति होगी?क्या हम जीत पाएंगे?इसलिये अगर आज हम अपनी ताकत/एकता का परिचय नही दिये तो एक दिन.......हमारी आवाज़ दबा दी जायेगी हमे कमजोर समझा जायेगा संघ का महत्व घट जायेगा तानाशाही बढ़ जाएगा। 

 हमारी आने वाली पीढ़ी के लिए मंहगाई भत्ता/वेतन विसंगति/पूरानी पेंशन पे नियुक्ति तिथि से समस्त वित्तीय लाभ आदि अनेकों समस्या लंबित माँग केवल एक स्वप्न हो जायेगा। 

हमारी यह लड़ाई हमारे किसी अन्य संघ व्यक्ति समूह से बिल्कुल नही यह जायज मांग व अपने हक की लड़ाई सरकार के साथ है,,और हमारी इस जायज माँग से राज्य के समस्त अधिकारी/कर्मचारियों को इसका लाभ मिलेगा....

                    अतःसम्मानीय साथियों इस लड़ाई में हमे कमजोर नही पड़ना है।पूरी एकजुटता सक्रियता जागरूकता के साथ पूर्ण ऊर्जा व उत्साह के साथ फेडरेशन के इस आंदोलन का हिस्सा बनना हैं और जीतना हैं।


इसलिए धरना स्थल में सभी को साथ आना साथ रहना और साथ देना अत्यंत आवश्यक है।एक बात और बता दु साथियों हर आंदोलन को तोड़ने कमजोर करने के लिए तरह तरह के हथकण्डे अपनाये जाते है अपनाये जायेंगे इसी कड़ी में हमे डराया जायेगा पर हमे डरना नहीं है...क्योकि हम डरपोक नही क्योकि डर के आगे जीत है साथियों क्योकि जो डरता है उसे डराया जाता हैं और जो लडता है वहीं जीतता है।

बस सम्मानीय साथियों आज के लिए इतना ही जय हिंद जय भारत,जय छत्तीसगढ़  कर्मचारी एकता जिन्दाबाद ।जाने की अब कर लो तैयारी जाग उठे हैं कर्मचारी/अधिकारी आप सभी का साथी

मुकुन्द उपाध्याय

संभागीय संयोजक (छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन)

8839305446,8120744146

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