पाली : राष्ट्रीय राजमार्ग 111 का बरसात से पहले पुराने सड़क व पुलिया के जीर्णोद्धार आवश्यक।





कोरबा/पाली (IBN24NEWS) जिले के अंतिम सीमा बगदेवा से कटघोरा एन एच के मध्य फोर लाइन का कार्य पूरा होने मे अभी तीन साल लग सकते है, कोरोना काल के वजह से  फोर लाइन का कार्य वैसे ही फिछड़ा हुआ है, फोर लाइन का कार्य क़ो पूरा होने मे अभी काफ़ी समय लग सकता है तब तक के लिए आमजन क़ो पुराने रास्तो से ही काम चलाना पड़ेगा, यह जानते हुए भी लोक निर्माण विभाग पुराने पुल और आम सड़क पे ध्यान नहीं दे रही है।



बिलासपुर से कोरबा अंबिकापुर जाते तक कई पुराने पुल है जो जिर्ण हो चुकी है, फिर भी लोक निर्माण विभाग पुराने पुल के लिए जीर्णोद्धार का कार्य नहीं करा पा रही है,बिलासपुर से कोरबा जाने के लिए कपोट का पुल जो काफ़ी दबा हुआ हैऔर जिर्ण छीर्ड हो चूका है, जिसमे आए दिन कोई न कोई हादसे होते रहते है, और जान माल का खतरा बना रहता है,जिसमे हर बरसात आए दिन जाम लगते रहता है, फिर भी इस पुल पर ध्यान नहीं देना ताजुब वाली बात है, हालाकी अभी दिलीप बिल्ड काम कंपनी फोर लाइन के तहत नये पुल का निर्माण कार्य प्रगति पर है, पर उसे बनने मे अभी टाईम लगेगा, तो क्या तब तक के लिए पुराने पुल क़ो उचित देख भाल करके काम चलाया नही जा सकता है?हादसे और बरसात के दिनों मे जाम के स्थिति निर्मित न आने पाए संबंधित विभाग के अगुवाई मे हो सकता है।



पर विभाग द्वारा नजर अंदाज किया जाना ही है,जिससे यहाँ हर साल यहाँ बरसात के दिनों मे यहाँ जाम और आए दिन यहाँ दुर्घटना होते रहती है और लोगो के जान का खतरा बना रहता है, यही हाल चैतमा के बड़े पुल का है यहाँ भी आए दिन इस रोड पर सफर करने वालों की होती है, यहाँ भी हमेशा दुर्घटना होते रहती है, बरसात के दिनों मे यहाँ भी जाम की स्थिति निर्मित होते रहती है, विगत पांच साल पूर्व बरसात के दिनों मे यह पुलिया पूरी तरह टूट गया था और पुरे पंद्रह दिन तक यहाँ जाम लगा था,कोरबा बिलासपुर अंबिकापुर आवागमन के पुरे रास्ते बंद हो गए थे फिर भी इस पुलिया पर विभागीय ध्यान नहीं देना गोर करने वाली बात है, इसी तरह सुतर्रा पुल का हाल है वहाँ भी आए दिन दुर्घटना होते रहती है, सब कुछ जानते हुए भी विभागीय नजर अंदाज सवालिया निशान खडे करते है?तो क्या फोर लाइन का कार्य सम्पूर्ण होते तक आम नागरिकों क़ो क्या दुर्घटना का शिकार और बरसात के दिनों मे जाम की स्थिति से क्या गुजरना पड़ेगा, बताना लाजमी होगा की कपोट की पुलिया क़ो दिलीप बिल्ड काम कम्पनी द्वारा नये पुल के निर्माण के तहत मिट्टी की खुदाई से जो मिट्टी निकला उसे पुराने पुल के मुहान मे पटक दिया गया जिससे इस साल बरसात का पानी निकलने का रास्ता ही बंद हो गया है, जिसे समय रहते सफाई या उचित देख भाल नहीं किया गया तो इस साल इस पुल पर बरसात के दिनों मे जाम लगना निश्चित है

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