कोरबा/पाली(IBN24NEWS) / कोरोना महामारी के दूसरी लहर का संक्रमण चाहे शहर हो या गांव सभी जगह भयंकर रूप से फैलते हुए लोगों को तेजी से अपनी चपेट में लेकर क्षति पहुँचा रहा है जिससे अनेको की जाने भी चली गई है।इस संक्रमण के रोकथाम के लिए शासन- प्रशासन दिन- रात लगा हुआ है और प्रशासनिक स्तर के ऐसे अनेकों अधिकारी- कर्मचारी तथा जनप्रतिनिधि भी है जो अपने स्वास्थ्य की परवाह किये बिना पूरी मुस्तैदी के साथ कोरोना से लोगों का बचाव एवं उनके मदद हेतु लगे हुए है।ऐसे ही पाली राजस्व अनुविभाग के एसडीएम अरुण खलखो, तहसीलदार विश्वास राव मस्के, थाना प्रभारी लीलाधर राठौर, नगर पंचायत अध्यक्ष उमेश चंद्रा (बंटू), पार्षद पिंटू अग्रवाल, सोना ताम्रकार, दीपक जायसवाल व मुख्य नगर पालिका अधिकारी पुरेन्दु तिवारी द्वारा मिलकर जिन्होंने इस संक्रमणकाल को ध्यान में रखकर आपात सेवा हेतु लोगों को हरसंभव आवश्यक मदद पहुचाने तहसील स्तरीय मोबाइल हेल्पलाइन नंबर क्रमांक- 7691957276, 7691957261, 7691957258, 7691953747 व 7748910227 सार्वजनिक किया है ताकि कोई भी जारी उक्त नंबर पर सम्पर्क कर 24 घँटे इमरजेंसी मदद ले सके।इस विषय पर नगर पंचायत अध्यक्ष उमेश चंद्रा ने आमजन को अपने निवेदन संदेश में कहा है कि मन के जीते जीत है- मन के हारे हार, अर्थात कोरोना को लेकर मन मे नकारातनक विचार ना लावे और इससे विचलित, भयभीत होने के बजाय बचने के लिए सकारात्मक विचार का संचार करें साथ ही दूसरों को भी सकारात्मक मानसिक संबल प्रदान करें, यही समय की मांग है क्योंकि कोरोना से उबरने के लिए सरकारी प्रयास के साथ हम सबकी इस संक्रमण को हराने में महती भूमिका होनी चाहिए।चिकित्सकों ने मौत सहित कोरोना के आंकड़ों का विश्लेषण किया है जिसमें प्रमुख तथ्य यह उभरकर सामने आया है कि ज्यादातर मरीज़ बीमारी के अंतिम अवस्था में अस्पताल पहुंच रहे हैं और उनकी मौत अस्पताल में भरती के दिन ही अथवा इसके दूसरे दिन रिकार्ड की गई है।इनका कारण यह हो सकता है कि शुरुआत में वे लक्षणों को छुपा रहे हैं तथा स्थानीय स्तर पर झोला-छाप डॉक्टरों से इलाज करवा रहे होते हैं।जब स्थिति अत्यंत गंभीर एवं नियंत्रण से बाहर होने लगती है तब वे अस्पताल की ओर रुख करते हैं।तब तक विशेषज्ञ डॉक्टरों के हाथों से भी मामला निकल चुका होता है।ऐसी हालात नहीं आने देने की अपील की गई है।श्री चंद्रा ने आगे कहा है कि कोरोना बीमारी के प्रति प्रशासन संजीदा है।कोरोना की पहचान से लेकर इलाज तक की जिले में पुख्ता इंतजाम है।विकासखण्ड पाली मुख्यालय में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के स्वास्थ्य अमला भी सजग होकर कोरोना को हराने में जी जान से लगे हुए हैं तथा जल्द ही पाली में 50 बिस्तर वाला कोविड केयर सेंटर काम करने लगेगा जिसे शुरू करने प्रशासन युद्धस्तर पर काम में लगा हुआ है।उन्होंने लोगों से अनुरोध किया है कि इस बीमारी को हल्के में न लें और इसे न छुपाएं।लक्षण का जरा भी आभास होते ही तुरन्त कोरोना जांच कराएं।नजदीकी के स्वास्थ्य केन्द्र पर स्वास्थ्य विभाग ने जांच की निःशुल्क व्यवस्था कर रखी है। सिरदर्द, बदनदर्द, सर्दी, खांसी, बुखार, स्वाद न होना आदि कोरोना के प्रारम्भिक लक्षण हैं।इसके साथ ही कोरोना से बचाव के लिए अनुशंसित प्रोटोकॉल का हमें हर पल पालन करना होगा।हमेशा मास्क का उपयोग, हर एक घण्टे में साबुन से हाथ धोना और भीड़-भाड़ से दूर रहना कोरोना से बचाव का रामबाण उपाय सिद्ध होते आ रहा हैं।इसके अलावा सकारात्मक जानकारी प्रेषित कर लोगों का मनोबल बढ़ाने के लिए प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक्स मीडिया एवं वेब पोर्टल सभी को साधुवाद।
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