( यशपाल राठौर)
जिला शिक्षा कार्यालय में पदस्थ यशपाल राठौर ने दूसरे का शीघ्रलेखन प्रमाण पत्र देकर नौकरी कर रहा है।
कोरबा (आईबीएन -24) भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश मंत्री व प्रदेश कार्यक्रम योजना प्रभारी राजेश यादव ने जिला शिक्षा कार्यलय मे पदस्थ यशपाल सिंह राठौर को हटाकर एफ आई आर दर्ज करने की मांग मुख्यमंत्री से किया है।
(शिकायतकर्ता - राजेश यादव)
ज्ञात हो कि जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय कोरबा में पदस्थ यशपाल सिंह राठौर जो कि इनके द्वारा हिन्दी मुदलेखन परीक्षा उत्तीर्ण का फर्जी प्रमाण पत्र की छायाप्रति प्रस्तुत किया गया है, उसमें यशपाल सिंह राठौर दर्ज है, ओरिजनल प्रमाण पत्र आज तक प्रस्तुत नहीं किया है। इस प्रकरण की शिकायत वर्तमान में संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग बिलासपुर किए जाने पर संयुक्त संचालक बिलासपुर ने लिपापोती कर उक्त प्रकरण को नस्तीबद्ध कर दिया गया।
यशपाल सिंह राठौर लेखापाल द्वारा प्रस्तुत हिंदी मुद्रलेखन छायाप्रति प्रमाणपत्र में सरल क्रमांक 240 परिक्षार्थी कमांक 1162 दिनांक 17.08.1997 अंकित है यह प्रमाणपत्र मध्यप्रदेश शासन स्कूल शिक्षा विभाग शीघ्र लेखन तथा मुद्रलेखन परीक्षा परिषद मध्यप्रदेश द्वारा जारी है। जारी प्रमाण पत्र प्रकरण को सूचना के अधिकार के तहत् जानकारी प्राप्त हुआ है कि सरल कमांक 240 परीक्षार्थी कमांक 1162 दिनांक 17.06.1997 में श्री प्रताप सिंह राज को प्रमाण पत्र जारी किया गया है तथा 1997-98 के परीक्षा परिणाम सूची में श्री प्रताप सिंह राज है। इस प्रकार यशपाल सिंह राठौर 420 मामला प्रकरण को वर्तमान जिला शिक्षा अधिकारी कोरबा तथा संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग बिलासपुर द्वारा भ्रष्टाचार में मिलीभगत होकर आज पर्यन्त तक कार्यवाही नहीं की जा रही है। जिला शिक्षा अधिकारी श्री जी.पी. भारद्वाज अपने संरक्षण में रखा हुआ है। यशपाल सिंह राठौर डाईट कोरबा में रहते हुए वित्तिय अनियमियता के कारण इनके उपर सिविल कोर्ट कोरबा में प्रकरण चल रहा है।
भ्र्ष्टाचार मे लिप्त फर्जीवाड़ा कर नौकरी करने वाले को जिला शिक्षा कार्यालय इतना महत्त्व देना समझ से परे है भाजपा नेता ने मांग किया ऐसे भ्र्स्ट व 420 कर नौकरी हथियाने वाले को नौकरी से हटाकर थाना में मामला दर्ज करने के साथ-साथ अब तक जो राशि नौकरी से प्राप्त हुआ है उसका रिकवरी किया जाये पत्र मे मुख्यमंत्री,शिक्षा मंत्री,शिक्षा सचिव, लोक शिक्षा संचानालय रायपुर इंद्रावती भवन,जिला कलेक्टर कोरबा सहित जिला शिक्षा कार्यालय कोरबा को पत्र प्रेषित किया है।इतना बड़ा फर्जीवाड़ा करने वाले को जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा महत्त्वपूर्ण जिम्मेदारी देना समझ से परे है।
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