कोरबा/पाली(IBN-24NEWS) नवा जतन प्रशिक्षण किसी भी स्कूल के 6 विधि में जब बच्चे आना शुरू होते हैं,तो प्रशिक्षण में बदलाव आवश्यक हो जाता है,जब परिणाम आकार लेने लगे तो 10 से 15 शिक्षकों का समूह उस शाला का भ्रमण कर प्रत्यक्ष अवलोकन से इस बिंदु पर पहुंचा जाता है, की परिणाम कैसा होगा, इसे शिक्षण शास्त्रीय प्रक्रिया में डुबकी लगाना कहा जाता है,,कोरोना काल में बच्चों की छूटी शिक्षण प्रक्रिया को फोकस करते हुए बच्चों को जिज्ञासु बनाना,बच्चों को सीखने के लिए प्रेरित करना,स्वयं से अधिक सीखने की चुनौती का सामना करना,विषय मित्र बनाना प्रौद्योगिकी का उपयोग कर सीखना, सेल्फी विथ सक्सेज का सार्थक उपयोग कर सीखने की गति को लगातार बढ़ाना व सिंहावलोकन प्रक्रिया करते हुए सफलता दिलाना इस कार्यशाला में सम्प्रेषण किया गया, माध्यमिक शाला रंगोले के सभा कक्ष में विकास खंड शिक्षा अधिकारी पाली के मार्गदर्शन में संकुल करतली व धौराभाठा की ओर से श्री वीरेंद्र जगत तथा श्री त्रिभुवन मरावी ने कार्यक्रम की शुरुआत मां की पूजा करके की, तत्पश्चात छह बिंदुओं पर फोकस किया गया, प्रत्युत्तर में समस्त दोनो संकुलों के शिक्षक/शिक्षिकाओं के द्वारा सार्थक जवाब सदन में देखने को मिला, प्रशिक्षण की गंभीरता इस बात से पता चल रही थी कि पूरा कालखंड जिज्ञासु हो चला था,प्रशिक्षणार्थियों के द्वारा अपने स्कूल से अच्छे प्रतिसाद की शपथ दिलाई गई,तथा शासन के महत्वपूर्ण सोच को अपना समझ कर पूरा करने,अपने बच्चों की छूटी शिक्षा को वापस पटरी पर लाने शपथ ली गई,फीडबैक प्रधान पाठक श्री डी.के.नवरंग ने दिया,तथा समस्त स्कूलों के शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा विभिन्न गतिविधियों व नवाचार से कार्यशाला को सफल बनाया गया!!
0 Comments