स्वास्थ्य कर्मचारी ने मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाई है,नियम विरुद्ध की गई है व्यस्थापन...।
कोरबा(IBN-24NEWS) स्वास्थ्य कर्मचारी श्रीमती नम्रता जायसवाल ने मूल पद स्थापना में जाने अध्यक्ष महिला आयोग किरणमयी नायक छत्तीसगढ़ ,जिला कलेक्टर रानु साहू कोरबा,मुख्य चिकित्सा अधिकारी कोरबा सहित विभिन्न विभागों से गुहार लगाई है।
उप स्वास्थ्य केंद्र सीतामढ़ी सेक्टर सीतामढ़ी में ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक के पद पर पदस्थ है क्योंकि सेक्टर सीतामढ़ी में 6 सेक्शन आते हैं सीतामढ़ी, इमलीडुग्गु, रानीरोड, देवांगन पारा, रामपुर,धनवार पारा । पुरानी बस्ती परंतु वर्तमान में केवल 2 सेक्शन में ही राष्ट्रीय कार्यक्रम संपादित किया जा रहा है देवांगन पारा एवं सीतामढ़ी में महोदय जी सेक्शन इन लोगों के तीन आंगनबाड़ी केंद्रों का टीकाकरण हेतु अतिरिक्त प्रभार भी मुझे दिया गया है। उप स्वास्थ्य केंद्र सीतामढ़ी में मैं मुख्यालय बनाकर रहती हूं जिसके कारण आसपास के वार्डों में स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने हेतु जन सामान्य यही आया करते हैं तथा कोविड टीकाकरण का कार्य एवं समस्त राष्ट्रीय कार्यक्रम का निर्वहन भी मैं ही यहीं रहकर करती हूं ऐसी स्थिति मुझे (यूपीएससी) कोरबा रानी धनराज कुंवर में विस्थापन के तर्ज पर संलग्नीकरण कर दिया गया है जहां स्टाफ की कोई समस्या नहीं है क्योंकि शासन द्वारा संलग्नीकरण पर पूर्ण रूप से रोक लगा दिया गया है।शासन के नियम के विरुद्ध मुझे व्यवस्थापन की आड़ में यूपीएससी कोरबा में किया गया है।शासन के नियमानुसार नही है जो मुझे स्वीकार नहीं है अतः श्रीमान जी मुझे शत्रुता एवं मानसिक प्रताड़ना के धेय्य से यह कृत्य किया गया है। कर्मचारी हित में स्वास्थ्य कर्मचारी संघ में महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष के पद पर आसीन रहते हुए मैंने कई विषयों पर पत्राचार किया। जो की विधि व कर्मचारी हित में शासन प्रशासन के नियमों की सीमा में रहकर किया गया। जिसके कारण मुझे द्वेष वश एवं कटुतापूर्ण परेशान करने के उद्देश्य से मुझे मूल पद स्थापना से हटाकर जबरिया ही संलग्न किया गया है।जिससे मैं मानसिक रूप से आहत हूं मेरी मूल स्थापना से हटाकर अन्यत्र भेजे जाने के कारण स्वास्थ्य आम नागरिकों को परेशानी होगी उसकी संपूर्ण जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की होगी ।अतः निवेदन है कि व्यवस्थापन के तर्ज पर जो आदेश जारी किया गया है उसे निरस्त करते हुए मुझे अपने मूल पदस्थापना में ड्यूटी हेतु अनुमति प्रदान करने की कृपा करें।
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