नगपुरा पहाड़ में हजारों गौवंश को बंधक बनाकर क्रूरता की सारी सीमा पार, भूख- प्यास से रोजाना मृत दर्जनों मवेशियों को किया जा रहा जमीदोज, अबतक सैकड़ो मौतें।

मामला गौ सेवा आयोग सदस्य के संज्ञान में आने के फौरन बाद मौके के लिए रवाना.



बिलासपुर/बेलतरा(IBN-24NEWS)  जिले के रतनपुर थानांतर्गत बेलतरा के समीप ग्राम पंचायत कडरी के आश्रित ग्राम नगपुरा के पहाड़ में करीब ढाई हजार गौवंश को बंधक बनाकर उनके साथ क्रूरता की सारी हदें पार कर दी गई है। जहां मवेशियों को ना तो भर पेट चारा दिया जा रहा है और ना ही उन्हें पीने को पानी। ऐसे में रोजाना दर्जनों गाय- बैल एवं बछड़ों की मौतें हो रही है। जिस अमानवीय कृत्य को लेकर प्रदेश भूपेश सरकार के गौवंश संरक्षण- संवर्धन की दिशा में किये जा रहे अथक प्रयास को जोर का धक्का लगा है। यहां पर चौकाने वाली बात यह है कि गौवंश के साथ अबतक की क्रूरता को लेकर जिला प्रशासन अथवा जवाबदार अधिकारियों को खबर नही लग सकी। 



मामले के संबंध में सूत्रों ने जो पुष्ट जानकारी उपलब्ध कराई है उसके अनुसार बेलतरा के समीप ग्राम नगपुरा के पहाड़ में नगपुरा एवं इसके आसपास दर्जन भर से अधिक गांवों के सरपंच एवं पंचों द्वारा एकजुट होकर गांव एवं आसपास एरिया के करीब 2500 ( ढाई हजार ) घुमंतु गाय- बैल एवं उनके छोटे छोटे बछड़ों को घेरकर बंधक बनाने के साथ उनके साथ क्रूरता एवं अमानवीयता का जीता जागता नमूना पेश किया जा रहा है। इस मामले पर सूत्रों की माने तो बंधक बनाकर रखे गए उक्त मवेशियों के लिए चारे- पानी की दरकार है, और भूख- प्यास से रोजाना दर्जन भर से अधिक मवेशियों की अकारण जाने जा रही है। जिन मृत मवेशियों को आनन- फानन में जमीदोज किया जा रहा है। जिसकी बेहद विचलित कर देने वाली तस्वीरें भी प्राप्त हुई है। बेजुबानों के साथ क्रूरता की सारी सीमा लांघने के साथ मानवता को भी शर्मसार करने वाली उक्त घटित मामला गौ सेवा आयोग छत्तीसगढ़ शासन के सदस्य प्रशांत मिश्रा के संज्ञान में आज आने के फौरन बाद वे मौके के लिए आज प्रातः 10 बजे रवाना हो चुके है। मामले में आगे की वस्तुस्थिति से अवगत होने के लिए उनसे संपर्क करने का प्रयास किया गया किंतु उनसे संपर्क नही हो पाने से आगे की कार्यवाही के सम्बंध में जानकारी नही मिल पाई है।


अब तक सैकड़ो जानवरों की भूख प्यास से हो चुकी है मौतें।


ग्राम नगपुरा के पहाड़ में घेरकर रखे गए मवेशियों में से प्रतिदिन दर्जनों जानवर जिनमें गाय- बैल एवं उनके छोटे- छोटे बछड़े शामिल है, जो चारे- पानी के अभाव में भूख- प्यास से दम तोड़ते जा रहे है। जिन मौतों का आंकड़ा सूत्रों के अनुसार माने तो अब तक मौत का सिलसिला सैकड़ों में पहुँच चुका है। जिन्हें गड्ढे खोद गुपचुप तरीके से दफन कर दिया जा रहा है।


जवाबदार जनप्रतिनिधि ही बने गौवंश के अकारण मौतें का कारण।


मानवता को शर्मसार करने वाली उक्त खबर एवं तस्वीरों को हम तक पहुँचाने वाले सूत्रों की माने तो नगपुरा इसके आसपास गांव के करीब जनप्रतिनिधिगण जिनमेँ पंच एवं सरपंच शामिल है, जो ग्रामीणों के दबाव में आकर तथा अपने वोट बैंक को साधने के चक्कर में आवारा घूम रहे मवेशियों को पकड़कर उन्हें नगपुरा के जंगल में फेंसिंग तार से घेरकर बनाए गए एक बड़े से बाड़े में रखा जा रहा है। चारे- पानी की अभाव में जिनकी दयनीय भरी मौते हो रही है। हद तो तब है जब मृत मवेशियों को गड्ढों में अमानवीय तरीके से दफनाया जा रहा है। 


फोटो खींचने की है मनाही।


सूत्रों की माने तो पहाड़ व जंगल के बीच बाड़े में रखे गए मवेशियों के फोटो खींचने पर भी पाबंदी है। जिसके चलते इस कुकृत्य की तस्वीरें भी अबतक सामने नही आ पाया था। किंतु रोजाना दर्जनों की तादात में मर रहे गौवंश एवं उनकी सड़ती लाशों का तस्वीर बसी मशक्कत बाद किसी प्रकार उपलब्ध हो पाया है। जिसे मानवता के नाते सामने लाया गया है, ताकि दोषियों पर कड़ी कार्यवाही हो सके।

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