ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी धूमधाम से मनाया गया देवउठनी एकादशी त्यौहार....।

 



कोरबा/चैतमा(IBN-24NEWS)चैतमा के आसपास ग्रामीण इलाकों मे देवउठनी एकादशी पर सोमवार को गन्ने के मंडप में वैदिक रीति से तुलसी व शालिग्राम का ब्याह रचाया गया। चार माह की निद्रा से भगवान विष्णु के जागने के बाद मांगलिक कार्य शुरू होंगे। देवउठनी पर्व को लेकर ग्रामीण हाट बाजार में दिन भर गहमा-गहमी रही,सभी एकादशी में श्रेष्ठ देवउठनी एकादशी पर सुबह से ही ग्रामीण महिलाएं पूजा की तैयारी में जुट गई थीं।




घरों के सामने रंगोली सजाई गई। रात में आटे से चौक बनाकर गन्ने व केले का मंडप तैयार किया गया। इसमें भगवान शालिग्राम व तुलसी को स्थापित कर विधिवत्‌ पूजा-अर्चना की गई। साथ ही तेल व हल्दी लगाकर विधिवत पूजा की गईं,वैदिक रीति से पूजा के बाद  प्रसाद के रुप में गन्ना, सिंघाड़ा, शकरकंद, केला व मिठाइयां बांटी गई। मान्यता अनुसार इस दिन चार माह की निद्रा के बाद भगवान विष्णु के जागने के साथ ही मांगलिक कार्यों की शुरूआत होती है,इस दौरान गन्ना की खूब बिक्री हुई, ग्रामीण किसानों के द्वारा गाय व बैलों का पूजा किया गया, गाय बैलों को अन्न का प्रसाद गाय बैलों को खिलाया गया,गौमाता की पूजा की गईं,देवउठनी एकादशी के दिन श्रद्घालुओं ने दिनभर उपवास रखा और रात में तुलसी विवाह किया। प्रबोधनी एकादशी को शालिग्राम, तुलसी एवं शंख की पूजा कर लोगों ने पुण्य प्राप्त किया।

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