शिष्य ने दिया गुरु को गुरूदक्षिणा-:पं नरेंद्र शुक्ला।

               ( यज्ञाचार्य पं. उमेश दुबे एवं  जितेन्द्र तिवारी)


जांजगीर चाम्पा(IBN-24NEWS) बिर्रा,ब्लॉक बम्हनिडिह दिनाँक २७/११/२०२१-द्वारा हनुमान मंदिर परिसर में आयोजित नवान्ह श्रीरामचरितमानस यज्ञ  भाटापारा निवासी मोहनलाल कश्यप जी परिवार द्वारा अपने ब्रह्मलीन गुरु पं.त्रियुगी कुमार दुबे जी की पावन स्मृति में आयोजित नवान्ह श्रीरामचरितमानस यज्ञ एवं रामकथा में युग तुलसी पद्मभूषण श्री राम किंकर जी के कुशल मार्गदर्शन में दीक्षा प्राप्त कथावाचक श्रद्धेय पं.नरेन्द्र शुक्ला जी ने आज रामकथा समापन दिवस लक्ष्मण चरित्र को  पूर्ण व्याख्यान करते  हुए कहा कि लक्ष्मण जैसा सेवक इस संसार में और कोई दूसरा नहीं है। जिन्होंने भाई के लिए भाई का कर्त्तव्य कैसे निभाई जाएं उन्होंने श्रीरामचरितमानस में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।उसी तरह से मोहनलाल कश्यप व परिवार ने अपने गुरु ब्रम्हलीन पंडित त्रियुगी कुमार दुबे जी को याद करते हुए नवान्ह रामचरितमानस व रामकथा प्रवचन आयोजित कर गुरूदक्षिणा के रूप में समर्पित किया। 


उक्त बातें कथावाचक श्रद्धेय स्वामी नरेंद्र शुक्ला जी ने कथा समापन दिवस कहीं। उन्होंने आयोजक कश्यप परिवार सहित रामकथा प्रेमी व प्रबुद्ध भारती ग्राम से सेवानिवृत विकासखंड शिक्षा अधिकारी एम आर कुंभकार जी, संयोजक गिरिजा कुमार दुबे, विशेष मार्गदर्शन में मनोज कुमार तिवारी, गीता आर तिवारी,महाराम कश्यप,रोहनलाल कश्यप,उदेराम कश्यप, चंवरसिंह कश्यप, गणेशराम कश्यप, नरेन्द्र यादव,सौखी पटेल, अभिराम कश्यप जी,कांति कुमार दुबे,शैल त्रिवेदी,निलाम्बर सिंह, एम एल साहू ,दुकालूराम देवांगन जी, शत्रुघन कश्यप,तेजराम,दिनेश,धनेश,गोपाल, जयचंद राठौर,मोहन यादव,बली देवांगन,अवनीत तिवारी, प्रफुल्ल मिश्रा,लीलाधर गुप्ता,बल्लू यादव व साथी सहित समस्त ग्रामवासियों का आभार व्यक्त किया।इस अवसर पर संगीत के सुभाष पाठक,प्रवीण कुमार तिवारी व आयोजक कश्यप परिवार व रामायण प्रेमी,भक्तिमयी वात्सल्य माताएं श्रीमती सुषमा कश्यप,श्रीमती सरिता त्रिवेदी,श्रीमती प्रेमलता दुबे उपस्थित रहे।

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