बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी के मामले में चुप्पी साधी केंद्र सरकार किसान आंदोलन तोड़ने अपना रही हर पैंतरा: दीपक श्रीवास..।



कोरबा(IBN-24NEWS) केंद्र में बैठी हठधर्मी एवं तानाशाही भाजपा की सरकार देश के अन्नदाता की सुध नहीं ले रही। तथा तीन कृषि कानूनों के विरोध में शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन कर रहे किसानों के आंदोलन को तोड़ने के लिए हर पैंतरा अपना रही है। कभी उन्हें आतंकवादी कहा जा रहा है, तो कभी देशद्रोही। किसानों की बात सुनने की बजाय सरकार उनके आंदोलन को बदनाम करने का षडयंत्र रच रही है। लेकिन किसान अपनी जमीनों को बचाने के लिए सरकार के हर षड्यंत्र का मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आरटीआई प्रदेश सचिव एवं कोरबा (गेवरा) निवासी दीपक श्रीवास ने उक्त बातें कही है। श्री श्रीवास ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कॉर्पोरेट के हाथों देश की जमीन को जाने से बचाने के लिए किसान जो सत्यागह कर रहे हैं। उसमें सभी को किसानों की मदद करनी चाहिए। आज जो लोग भाजपा के झूठे प्रचार से प्रभावित होकर किसानों का विरोध कर रह हैं। वह एक तरह से कॉर्पोरेट घरानों की मदद कर रहे हैं। जिसमे केन्द्र एवं प्रदेश की गठबंधन सरकार मिलकर लोगों को लूट रही है। सरकार ने खुद लोकसभा में माना है कि पेट्रोल- डीजल पर उत्पाद शुल्क के नाम पर केंद्र सरकार ने 3 लाख करोड़ रूपए वसूले हैं। मार्च से मई 2020 के बीच केंद्र सरकार पेट्रोल पर 13 रुपये और डीजल पर 16 रुपये उत्पाद शुल्क वसूला करती थी। लेकिन उसके बाद इसे बढ़ा कर पेट्रोल पर 32.98 रुपये तथा डीजल पर 28.35 रुपये कर दिया गया है। जहां पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 65 प्रतिशत की वृद्धि कर दी गई एवं डीजल पर 79 प्रतिशत की। वर्ष 2019- 20 में डीजल से उत्पाद शुल्क की वसूली 1,12,032 करोड़ की थी जो 2020- 21 में दो लाख तीस हजार करोड़ हो गई है। इसी दौरान पेट्रोल से मिलने वाला उत्पाद शुल्क 66,279 करोड़ से बढ़ कर 1 लाख करोड़ हो गया। इसी प्रकार रसोई गैस सिलेंडर, खाद्य तेलों के दामों में बेहताशा वृद्धि ने गरीब व आम आदमी के लिए परेशानी बढ़ा दी है। उन्होंने आगे कहा कि भारत में बेरोजगारी चरम पर है। सरकारी भर्तियां ठप पड़ी हैं, तथा लोगों के काम- धंधे सरकारी नीतियों की वजह से चौपट होते जा रही हैं। ऐसे में कांग्रेस की सरकार बनने पर ही लोगों को महंगाई से छुटकारा मिलेगा और युवाओं को रोजगार। केंद्र सरकार देश के मोजूदा हालात बढ़ती मंहगाई, आर्थिक स्थिति पर अमल नही कर रही है, बस अपने सत्ता के नशे में रहती है। वहीं जैसे ही चुनाव आती है वैसे ही कोरोना खत्म हो जाता है। मोदी सरकार के पास अभी भी समय है कि कोरोना की तीसरी लहर से बचाने तैयारी कर ले, लेकिन वो भी नही कर रही है। जब से ये सत्ता में आई है, तब से देश बहुत पीछे हो गया है। मोदी जी से यही निवेदन करूंगा कि देश के युवाओं के जो रोजगार छिन गए हैं, देश की जो आर्थिक स्थिति बिगड़ी है। उसमें सुधार की ओर ध्यान देवें। तथा जो हमारे देश में कोरोना की तीसरी लहर आनी है उसकी तैयारी पहले से ही कर ले तो शायद देश को क्षति होने से बचा पाएंगे। अन्यथा दूसरी लहर की तरह पूरे देश में त्राहिमाम मच जाएगा। यदि मोदी सरकार इस ओर गंभीरता से ध्यान दे तो शायद हम इस कोरोना से जंग जीत सकते है।

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