बिजली की रोजाना आवाजाही ने किया सभी को परेशान, मेंटेनेंस के नाम पर विभागीय अमला कर रहा खानापूर्ति, लोगों में बढ़ रहा आक्रोश....।





कोरबा/पाली(IBN-24NEWS) नगर में बिजली की आवाजाही से लोग काफी परेशान दिखाई दे रहे है। बिजली बंद का कोई निश्चित समय नही है और हर आधे एक घँटे के अंतराल में जब चाहे तब बिजली बंद कर दी जा रही है। जिस समस्या से लोग जूझ रहे है। बिजली विभाग द्वारा मेंटेनेंस के नाम पर बारिश पूर्व बिजली बंद किया जाता रहा है किंतु जैसे ही बरसात लगी वैसे ही बिजली विभाग की सारी मेंटेनेंस की पोल खुलकर रह गई है। क्षेत्र में सबसे गंभीर समस्या यदि है तो वह है विद्युत समस्या जिसका सुधार न हो पाना चिंतनीय है। कभी इंसुलेटर फाल्ट तो कभी जंफर उड़ना और कभी केबल टूटना जैसे समस्या बताते हुए असमय बिजली बंद कर दी जाती है और जब विद्युत कर्मचारियों से समस्या के बारे में पूछा जाता है तब वे खीझते है तो अधिकारी ऐसे है कि बिजली समस्या को लेकर फोन लगाने पर शायद जवाब देना मुनासिब नही समझते और भारी- भरकम व्यस्तता का हवाला देकर फोन काट देते है तथा कभी जवाब दें भी देवें तो पाली में बिजली की समस्या का परमानेंट निदान के लिए 132/33 केवी का सब स्टेशन बनवाने का सुझाव देते है। वर्तमान बारिश का मौसम होने के कारण जमीन पर रेंगने वाले विषैले जंतुओं के काटने का खतरा बना हुआ है। ऐसे में दिन के अलावा रात्रि बिजली बंद होने से वे जहरीले जंतु स्पष्ट नही दिख पाने से उनके काटने का खतरा दुगुना बढ़ गया है।


ग्रामीण क्षेत्रो में बिजली की हालत दयनीय।


ग्रामीण इलाकों में तो बिजली का हाल बेहाल है और सुधार व्यवस्था की हालत भी दयनीय है जिसके कारण ग्रामीण वर्ग ज्यादातर लालटेन युग मे जीवन बिताने को मजबूर है। ग्रामीण क्षेत्र की बिजली यदि एक बार चली जाए तो कई- कई दिनों तक दर्शन ही नही होते और गांव के लोगों को चिमनी की रोशनी में रात गुजारनी पड़ती है। और अगर बिजली ठीक- ठाक रहे तो लो वोल्टेज की समस्या बनी रहती है। जिससे इलेक्ट्रॉनिक्स सामान या तो जल्दी खराब हो जाते है या फिर शो पीस बनकर रह जाते है। जिसके निदान के लिए विद्युत विभाग कभी गंभीर नही दिखा।


व्यवसाय पर पड़ रहा असर।


बिजली की आवाजाही से व्यापारियों के व्यवसाय पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है। फोटोकॉपी सेंटर, हालर मिल, होटल, विभागीय कार्य, बैंक जैसे संस्थान में इसका सीधा असर पड़ रहा है। नगर में केबलिंग का कार्य तो हुआ है और जिससे लोगों को लग रहा था कि अब बिजली समस्या से निजात मिलेगी लेकिन लोगों की सोच सही साबित नही हो पाई और समस्या जस की तस बनी हुई है। जिसे लेकर व्यवसायी वर्ग आक्रोशित है।


पानी की नही हो पा रही ढंग से सप्लाई।


पाली में बिजली का ऐसा आलम देखने को मिल रहा है कि पानी की सप्लाई ठीक ढंग से नही हो पा रही है और विद्युत आवाजाही से लोगों के दिनचर्या में असर पड़ रहा है। सुबह के समय यदि बिजली बंद हो जाए तो पूरे नगर में पानी की सप्लाई नही हो पाता और फिर पानी के लिए लोगो को जद्दोजहद करते देखा जाता है। विद्युत विभाग को इस समस्या से अवगत भी कराया गया है लेकिन विभाग भैंस के आगे बिन बजाए- भैंस खड़ी पोगराए की कहावत को चरितार्थ करने में लगी हुई है।


आखिर कब सुधरेगी नगर की विद्युत व्यवस्था..?


पाली नगर के लिए विद्युत की समस्या कोई नई बात नही है। पहले भी यहां बिजली की समस्या से नगरवासियों को जूझना पड़ रहा था और आज भी उक्त समस्या बरकरार है। बिजली सुधार को लेकर अनेक जनप्रतिनिधि भी प्रयास कर चुके है लेकिन इससे अभी तक निजात नही मिल पाया। बिजली समस्या को लेकर अब नगरवासी कड़े आंदोलन करने की बात कह रहे है। आखिर इस समस्या से नगर को कब निजात मिल पाएगा..?

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