अनेको तालाब पूरी तरह से कचड़ो से पटा पड़ा है साथ ही शहर मे कई ऐसे तालाब है जिनकी कोई अस्तित्व ही नही बकि बचा..

 



सक्ती- नगर के अनेको तालाब पूरी तरह से कचड़ो से पटा पड़ा है साथ ही शहर मे कई ऐसे तालाब है जिनकी कोई अस्तित्व ही नही बची है जो कि पूरी तरह सूख चूकी है ऐसा प्रतित होता है कि यहां कभी तालाब ही नही था वही स्थानीय नगर प्रशासन द्वारा तालाबो के संरक्षण हेतु किसी भी प्रकार की कोई सकारात्मक पहल नही की जाती है बल्कि जो तालाब अभी अस्तित्व मे है उसे भी अपने हाल मे छोड़ दिया गया है नगर के मध्य स्थित पैठु तालाब ऐसे कचड़े से भरा पड़ा है कि कुड़ा,करकट,कचड़ा तालाब के पानी मे पड़े-पड़े ही सड़ गये है जिससे भयानक सड़न जैसी बदबू आती है जिसकी शिकायत स्थानीय मोहल्लेवासियो के द्वारा कई वर्षो से नगरपालिका परिषद सक्ती के अधिकारीयों से की जाती है परन्तु उनके कानो मे जुं तक भी नही रेंगती सफाई करवाने का मात्र आश्वासन दे दिया जाता है ।



उसके बाद जिम्मेदार नगरपालिका के कर्मचारी गण एवं अधिकारी गण द्वारा अपने जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ लिया जाता है इस तालाब सहित नगर के सभी तालाबो के साफ-सफाई की मांग कई वर्षो से की जाती रही परन्तु नगरपालिका परिषद सक्ती द्वारा नगर मे अपने अस्तित्व से लड़ते इन तालाबो की ओर कोई ध्यान नही दिया जाता है वही सक्ती को जिला बनाने की मांग इन दिनो गर्ममाहौली में है तथा विगत कई वर्षो से सक्ती जिला बनाने की मांग की जाती रही है परन्तु नगर के तालाबो की ऐसी हालत एवं साफ-सफाई में उदासीनता बरतने मे माहीर नगरपालिका परिषद सक्ती पता नही सक्ती जिला बन जाने पर और कैसे अपने कर्तव्यो का निर्वहन कर पाएगीं।

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