छिन्दगढ़ में PLC वर्कशॉप का आयोजन



छिन्दगढ़ :- कलेक्टर सुकमा के दिशा निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में सुकमा जिले में दिनांक 15 दिसम्बर से 22 दिसंबर तक चले ब्लॉक स्तरीय पीएलसी वर्कशॉप/प्रशिक्षण के तहत छिन्दगढ़ विकासखण्ड में दिनांक 21 एवं 22 दिसम्बर को पोटाकेबिन रोकेल एवं हायर सेकंडरी स्कूल तोंगपाल मे पीएलसी वर्कशॉप का सफल आयोजन किया गया,जिसमे विकास खण्ड के कुल 46 पीएलसी ने भाग लेकर बच्चों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में आने वाली स्थानीय समस्यस्यों को दृष्टिगत रखते हुए विषय एवं पाठ्यक्रम से जोड़कर प्रोजक्ट तैयार कर शिक्षकों द्वारा प्रजेंटेन्सन किया गया,जिसमें शिक्षा के क्षेत्र में जिले की प्रमुख समस्या एक शिक्षकीय शाला,पलकों/अभिभावकों का अशिक्षित होना एवं भाषायी समस्या के आधार पर पीएलसी द्वारा उसके निदान का भी सुझाव देते हुए प्रोजेक्ट तैयार किया गया था जिसे उक्त वर्कशॉप में प्रदर्शन किया गया।

            वर्कशॉप के प्रथम दिवस 21 दिसम्बर को जिला शिक्षा अधिकारी श्री जे.के.प्रसाद द्वारा बालक पोटाकेबिन रोकेल में आयोजित वर्कशॉप में उपस्थित होकर मां सरस्वती की पूजा अर्चना कर एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया गया तथा डीआरजी ममता सिंह के द्वारा सरस्वती वंदना हे शारदे मां का गायन किया गया जिसे सभी ने दोहराया। शुभारंभ पश्चात जिला शिक्षा अधिकारी सुकमा ने पीएलसी सदस्यों द्वारा लर्निंग आउटकम आधारित तैयार कर लाये प्रोजेक्ट का अवलोकन कर शिक्षकों को प्रेरित करते हुए अपने उदबोधन में पीएलसी के कार्यों उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए नए शिक्षा नीति में पीएलसी के महत्व को समझाया एवं कार्य करने कहा।

          डीएमसी एस. एस. चौहान ने बताया कि हमारे सुकमा जिले में कुल 110 पीएलसी का गठन किया गया है राज्य कार्यालय के अनुसार बच्चों में लर्निंग आउटकम (सीखने के प्रतिफल) प्राप्त करने की क्षमता सबकी भिन्न होती है।अलग अलग जिलों एवं विकासखण्ड में अलग अलग समस्या होती है जिसे पीएलसी द्वारा चिन्हांकित कर स्थानीय स्तर पर उसके निदान पर कार्य किया जाना है जो कि हमारे शिक्षक साथी बखूबी करते आरहे हैं।इसी कार्य को गति देने जिले के तीनों विकासखण्ड में 15 दिसम्बर से बारी बारी से वर्कशॉप का आयोजन किया गया था जिसका समापन छिन्दगढ़ ब्लॉक में किया गया जो कि शिक्षकों के उन्मुखीकरण के लिए काफी लाभदायक है।

        इस वर्कशॉप के संबन्ध में बीआरसी वसीम खान ने जानकारी देते हुए बताया कि  राज्य कार्यलय से प्राप्त निर्देशों का एपीसी श्री सीताराम राणा एवं आकांक्षी जिला फेलो सुश्री सिओना के मार्गदर्शन में यह वर्कशॉप आयोजित किया गया जिसमें पीएलसी हेड के नेतृत्व में सभी सदस्यों की सहभागिता एवं सहयोग से बच्चों में लर्निंग आउटकम (सीखने के प्रतिफल)आधारित प्रोजेक्ट तैयार करवाये गए तथा नवम्बर 2021 में होने वाले राष्ट्रीय उपलब्धि परीक्षण  ( NAS ) को आधार मानते हुए कार्य करने के निर्देश पीएलसी को दिए गए। आगे उन्होंने कहा  मिशन लर्निंग आउटकम कम्प्लीशन कार्यक्रम के क्रियान्वयन के तहत कक्षा पहली से आठवीं तक के सभी लर्निंग आउटकम - सभी बच्चों में समय सीमा के भीतर अच्छे से हासिल हो जाये और वे उनका दैनिक जीवन मे रचनात्मक उपयोग बिना रटे कर सकें,इसके लिए प्रोफेशनल लर्निंग कम्युनिटी अपने सभी शालाओं में मिशन लर्निंग आउटकम कार्यक्रम संचालित करने सभी शिक्षकों की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करने कहा गया।

             विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री कमलेश श्रीवास्तव ने पीएलसी सदस्यों को इस वर्कशॉप के माध्यम से बच्चों को आगामी राष्ट्रीय उपलब्धि परीक्षण में बेहतर प्रदर्शन हेतु वर्तमान में चल रहे मोहल्ला क्लास में सभी बच्चों की नियमित उपस्थिति एवं बच्चों को उनके स्तर के अनुरूप पढ़ाते हुए उसके आधार पर समझ  की जानकारी लेने नियमित रूप से विभिन्न प्रश्न पूछ कर परीक्षण करते हुए उनमें सुधार करने की बात कही।

      इस वर्कशॉप को सफल बनाने में सुकमा जिले के जिन डीआरजी की महत्वपूर्ण भूमिका रही उनमें वरिष्ठ जिला पीएलसी सदस्य शिवलाल पाण्डे, डीआरजी श्रीमती ममता सिंह,श्रीमती भारती टावरी,श्रीमती चंचल चंद्राकर,श्री सुरेंद्र आँचले, योगेंद्र सिदार,धीरेंद्र मांझी,चुमेश्वर काशी,राजेश सोनकर,सन्तकुमार उइके,प्रविण मंडावी, महेंद्र यादव ,हेमशंकर नेताम एवं शिक्षिका शिरोमणि मेंम का सराहनीय योगदान रहा,जिन्होंने इस वर्कशॉप प्रशिक्षण के माध्यम से पीएलसी सदस्यों को गणित के मूलभूत कौशलों को कक्षा में लर्निंग आउटकम आधार पर बच्चों को अधिक अभ्यास करने, बच्चों को उनके स्तर के अनुरूप शब्द,वाक्य की समझ विकसित करने,कमजोर क्षेत्रों की पहचान कर उनपर उपचारात्मक शिक्षण कार्य करने पाठ्यपुस्तक के सभी प्रयोगों को कक्षा में अभ्यास करवाकर दिखाने एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन  में बच्चों की उपलब्धि में सुधार करने सभी पीएलसी को आपस मे मिलकर सभी को साथ लेकर नवाचार करते हुए सुधार की दिशा में प्रयास जारी रखने तथा बच्चों को ओ एम आर पर नियमित अभ्यास कराने पर जोर दिया गया ताकि राष्ट्रीय उपलब्धि परीक्षण में बच्चे अच्छा प्रदर्शन कर  परिणाम दे सकें।

       बीआरसी वसीम खान ने इस वॉर्कशॉप में अपना अमूल्य योगदान एवं समय देने पर जिला शिक्षा अधिकारी जे.के.प्रसाद, एपीसी सीताराम राणा,आकांक्षी जिला फेलो सिओना मेंम समस्त डीआरजी एवं पीएलसी सदस्य शिक्षक/शिक्षिकाओं का आभार व्यक्त किया जिसके सामूहिक सहयोग से यह सफल कार्यक्रम सम्पन्न हो सका।

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