राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष के बयान का भाजपा नेत्री अरुणा सिंह ने किया खंडन।


भाजपा नेत्री अरूणा सिंह

सूरजपुर/--भाजपा नेत्री अरूणा सिंह ने कांग्रेस से जुड़ी राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक के बयान को महिलाओ का अपमान बताते हुए जारी बयान में कहा कि राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष पद का दायित्व उंन्हे महिलाओ के हितों के सरंक्षण हेतु दिया गया है लेकिन वे पद की गरिमा को भूल बैठी है l किरणमयी नायक का यह बयान आपत्तिजनक है कि ज्यादातर मामलो में लड़कियां पहले सहमति से सम्बंध बनाती है लिव -इन मे रहती है और  बाद में बात बिगड़ने पर रेप केश दर्ज करा देती है l कांग्रेस की राजनीति के सक्रिय नायक पेशे से वकील है और आम आदमी की तुलना में महिला सुरक्षा को लेकर संवैधानिक व्यवस्थाओं को बेहतर समझती भी है l 


एक महिला कोर्ट की दहलीज तक रेप की शिकायत लेकर जाती है तो उसे शक की निगाहों से नही देखा जा सकता l जब तक कि यह प्रमाणित न हो जाये कि शिकायत झूठी है l महिलाओ की शिकायतो को दूर करने के लिए यह अहम दायित्व दिया गया है लेकिन उनका बयान महिलाओ को असुरक्षित कर रहा है l शिकायतो के निराकरण की बजाय व महिलाओ को झूठा साबित करने में तुली है l जिम्मेदार पद पर गैरजिम्मेदार बयान देने वाली किरणमयी नायक का बयान पुरुष प्राधन मानसिकता का प्रमाण है l दहेज की वजह से सैकड़ो महिलाओ की जिंदगी तबाह हो गई और दहेज प्रथा को लेकर कानून के कड़े प्रावधान की वजह से दशको में यह विसंगति समाज से दूर हो सकी l पहले के मुकाबले आज दहेज को लेकर कोई बेटी नही जलाई जाती l महिलाओ की किस्मत अन्याय शोषण अत्याचार की स्याही से लिखी गई है l पहले सती प्रथा फिर दहेज हत्या भूर्ण हत्या अब रेप यौन शोषण जैसी घटनाओं से सदा स्त्री जाति प्रभावित होती रही l महिला को बराबरी का दर्जा किरणमयी नायक जैसी महिलाओ की वजह से नही मिल पाता l अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचने के बाद वे अन्य महिलाओ का दर्द समझने में असमर्थ है l भाजपा नेत्री अरुणा सिंह ने विरोध प्रदर्शन के दौरान चूड़ियां भेंट करने पर भी आपत्ति जताते हुए कहा कि चूड़ियो को कमजोरी का प्रतीक नही माना जाना चाहिए l महिला के साथ भेदभाव की परंपरा पुरानी रही है l पुरुष प्रधान समाज यह न भूले कि नारी जाति की कोख में ही प्रकृति का सृजन पलता है l जगदम्बा व काली का स्वरूप महिला के आदि शक्ति होने का प्रमाण है l महिला अब अबला नही बल्कि सबला बन चुकी है l किरणमयी नायक का यह बयान महिलाओ को कमजोर करता है l महिलाओ की शिकायतों को गंभीरता से लेने की कानूनी व्यवस्था है l सहमति से संबंध बनाये जाने के बाद भी महिलाओ को शिकायत करने का अधिकार प्राप्त है इसे शक की निगाह से नही देखा जाना चाहिए l अरुणा सिंह ने आगे कहा कि किरणमयी नायक जैसी महिलाओ ही महिलाओं की दुश्मन है l ऐसे ओछे बयानों से महिला अध्यक्ष का अहम पद दागदार हो रहा है l

ब्यूरो चीफ/- मोहन प्रताप सिंह IBN24 न्यूज चैनल, जिला सूरजपुर, छत्तीसगढ़। 9098941446

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