शासकीय शिक्षक की लापरवाही कर रहे अपनी मनमानी अभिभावक परेशान




गौरेला पेंड्रा मरवाही:  जिला के अंतर्गत विकासखण्ड मरवाही के ग्राम पंचायत नाका के मूल निवासी रघुनाथ खुसरो जो शासकीय प्राथमिक शाला बाहरी झोरखी मे एक प्रधान पठाक के रुप मे पदस्थ है,इस शिक्षक के छेत्र में कलंक जैसा माहौल बना है।



रघुनाथ खुसरो की नियुक्ति 1/05/2005 मे बाहरी झोरखी स्कूल में हुआ था, उनका कार्यकाल में जितने भी कार्यकर्ता थे स्कूल के सभी परेशनियाँ से जूझते थे,असंतोष जनक कार्य करते थे। 



प्रधान पठाक रघुनाथ खुसरो के द्वारा संचालित स्कूल में कोरोना काल जैसे महामारी मे विद्यार्थियों को चावल, दाल, सब्जी, आचार, सहयोग प्रदान सरकार के द्वारा दिया गया था, लेकिन रघुनाथ खुसरो उसे अपने घर मे रख लिया करते थे बच्चों को वितरण नही करते थे।



और इतना ही नहीं छत्तीसगढ़ के मूल आदिवासी धनवार(बैगा) जाती को लोगों को सरकार उनके हालातो को देखते हुए। शिक्षा के दृष्टि में आगे बढ़ना चाहते है, लेकिन शासकीय प्राथमिक शाला स्कूल बाहरी झोरखी मे पदस्थ रघुनाथ खोसरो बैगा जाती के लगभग दास से बारह बच्चों का बिना उनके पालक को पूछे उनका नाम काट दिया गया रघुनाथ खुसरो के द्वारा जिससे पलकों में काफी आक्रोशित है।






लगभग दास से बारह बच्चों का नाम काट दिया गया बिना पालक के अनुमति लिए जो की बच्चे पढना चाहते है।और बच्चों के पालक बोले की हम नही पाढ सके लेकिन अपने बच्चों को पाढयेगे लेकिन रघुनाथ खुसरो के द्वारा संचालित कार्यकर्ता बिना अनुमती के नाम काट दिया गया स्कूल से।


रघुनाथ खुसरो धनुहार बैगा,अनुसूचित जनजाती के पाँच छात्रों के छात्रवृति 2015-16-17 की छात्रवृति आज तक राशि भुगतान नही किया गया है। 


जो बच्चे कक्षा5वी पास कर स्थानांतरण प्रमाण पत्र मांगे तो रघुनाथ खुसरो के द्वारा बोकर, मुर्गा, की माँग किया बच्चों से नही दोगे तो नाम काट दूँगा, गरीब परेसान कहाँ से दे फिर करने लगे न्याय की गुहार क्या गरीब लोगो की गुहार सुनेंगे सरकार, क्या, हो मिल पायगा,न्याय


ऐसे शिक्षक वाक्य में एक कलांक के समान है जो ऐसे शिक्षक के उपर जल्द से जल्द काडी कार्यवाही की मांग लिखित मे समस्त ग्रामवासीयो, पालक, समुदाय शालाप्रबंधन, समिति के सदस्य, महिला स्वासहयता समूह के सदस्य पूरे कार्यकर्ता रघुनाथ खुसरो का अराजगता, निरंकुशता, एवं भ्रस्टाचारी से इतने परेसान है की आये दिन एक न एक करनामे करते रहते है। 


जिला ब्यौरो- भुवन मार्को की खास रिपोर्ट।

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