कोरबा/कटघोरा:- कटघोरा वनमण्डल में हड़कम मच गया है और इसकी वजह यह है कि पाली तानाखार विधायक एवं कांग्रेस के ग्रामीण जिलाध्यक्ष मोहितराम केरकेट्टा द्वारा डीएफओ शमा फारुखी के भ्रष्ट्र कार्यप्रणालियों को लेकर प्रदेश के वनमंत्री को सौंपे गए पत्र के बाद ऑल इंडिया यूथ कांग्रेस वर्कर्स कमेटी छत्तीसगढ़ के प्रदेशाध्यक्ष प्रकाश अनंत द्वारा भी वनमंत्री को शिकायत पत्र भेजा गया है जिसमे उनके विरुद्ध पूरी फेहरिस्त है तथा 30 दिवस के भीतर उचित जांच एवं कार्यवाही नही होने पर राज्यपाल से कार्यवाही की मांग करने की बात कही है।
प्रदेशाध्यक्ष श्री अनंत द्वारा वनमंत्री मोहम्मद अकबर को लिखे अपने पत्र में कहा है कि कटघोरा वनमंडल में हो रहे व्यापक अनियमितता एवं भ्रष्ट्राचार को लेकर 20 से 25 बिंदुवार कार्यों के संबंध में शिकायतपत्र पूर्व सी.सी.एफ. अनिल सोनी को सौंप उचित जांच कर एवं कार्यवाही का मांग किया गया था।जिस शिकायत के परिपेक्ष्य में कटघोरा डीएफओ शमा फारुखी को अवगत कराकर जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने हेतु कहा गया था किंतु पूरे वनमंडल में कराए गए भ्रष्ट्राचारपूर्ण कार्यों पर पर्दा डालने डीएफओ द्वारा ना तो किसी प्रकार की जांच की गई और ना ही कोई प्रतिवेदन सीसीएफ को सौंपा गया।प्रदेशाध्यक्ष द्वारा अपने शिकायत पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा प्रत्येक व्यक्ति के हित को ध्यान में रखते हुए जनकल्याणकारी योजनाओं का संचालन कर प्रदेश की जनता को अभूतपूर्व लाभ देने हरसंभव कार्य किया जा रहा है।किंतु कटघोरा डीएफओ शमा फारुखी के भ्रष्ट्र आचरण की वजह से वृक्षारोपण, पुल- पुलिया, बोल्डर चेकडेम, स्टाफडेम सहित वन संरक्षण व संवर्धन को लेकर शासन द्वारा प्रतिवर्ष करोड़ो की योजनाओं का जमीनी स्तर पर कोई लाभ नही दिख रहा है जहाँ पूरा वनमंडल भ्रष्ट्राचार के दलदल में डूब बर्बादी की कगार पर है।दूसरी ओर डीएफओ के नेतृत्वहीनता के कारण गत माह में दो हाथी शावक एवं एक तेंदुए की हुए मौत के अलावा हाथी के उत्पात से प्रत्येक दिवस जनधन की हानि हो रही है।प्रदेशाध्यक्ष प्रकाश अनंत द्वारा वनमंत्री को लिखे अपने पत्र में अवगत कराते कहा है कि यदि 30 दिवस के भीतर उचित जांच व कार्यवाही नही किया जाता है तब राज्यपाल से मुलाकात कर कार्यवाही की मांग की जाएगी।
ज्ञात हो कि इसके पहले पाली- तानाखार विधायक एवं कांग्रेस के ग्रामीण जिलाध्यक्ष मोहितराम केरकेट्टा द्वारा डीएफओ शमा फारुखी के भ्रष्ट्र कार्यप्रणालियों को लेकर सूबे के वनमंत्री मोहम्मद अकबर को शिकायत पत्र सौंपा गया है।जिसमे उनके कामकाज के तौर- तरीकों से जनप्रतिनिधिगण भी बेहद परेशान रहने का उल्लेख करते हुए वन्यप्राणियों की मौत, हाथियों के हमले से हो रहे जनधन की हानि और कैम्पा मद सहित अन्य निर्माण कार्यो में अनियमितता के अलावा मजदूरी भुगतान लंबित मामले के आरोप है।बता दें कि कटघोरा वनमंडल में अपनी पदस्थापना काल से ही डीएफओ शमा फारुखी का विवादों से चोली- दामन का रिश्ता चला आ रहा है जहाँ वे जनप्रतिनिधि और मीडिया के निशाने पर हमेशा रही है तथा उनपर अनेक आरोप लगते भी आ रहे है।बावजूद इसके उन पर अबतक कोई भी कार्यवाही नही हुई है।जिसे लेकर दबी जुबान से जमकर चर्चा यह है कि वनमंत्री के रिश्तेदार होने के कारण डीएफओ फारुखी को वरदहस्त प्राप्त है और शायद इसीलिए कटघोरा वनमंडल में खुला भ्रष्ट्राचार जारी है।फिलहाल दो जनप्रतिनिधियों के शिकायत को लेकर पूरे वनमंडल अमला में हड़कम मचा हुआ है।
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