नगर पालिका परिषद एवं कोयलांचल क्षेत्र होने से ज़मीन संबंधी कार्यों में होती है विलंब।
कोरबा/दीपका (आईबीएन-24) तहसील दीपका कार्यालय में स्थाई तहसीलदार की पदस्थापना नहीं होने से किसानों और ग्रामीणों को काम कराने में भारी परेशानी हो रही है। तहसील से जुड़े 50 किलोमीटर दूर तक के ग्रामीणों को एक काम के लिए बार-बार यहां आना पड़ता है, जो उन्हें बहुत महंगा पड़ता है। दीपका तहसील से हाल में हरदीबाजर तहसीलदार के प्रभार में संचालित है, ग्रामीण व छेत्रवासियों द्वारा अपने कार्य हेतु तहसील आते है तो तहसीलदार से मुलाकात नही हो पाता क्योंकि यह तहसीलदार दो स्थान के प्रभार में है, हरदीबाजार में ज्यादा समय देते है ऐसे में दीपका तहसील छेत्र के लोगों को अपने कामों के लिए परेशान होना पड़ रहा है। क्षेत्रवासियों और जनप्रतिनिधियों की मांग है कि दीपका तहसील को पूर्ण तहसील का दर्जा मिला तो यहाँ नियमित तहसीलदार होना चाहिए ।
59 गाँव 25 पंचायत 16 पटवारी हल्का सहित नगर पालिका परिषद व एसईसीएल ।
ग्रामीणों को एक कार्य के लिए बार-बार आने-जाने में समय व पैसे लग रहे अधिक।
कामों के लिए तहसील कार्यालय आने वाले ग्रामीणों ने बताया कि वह रुपए और समय खर्च कर आते हैं, लेकिन तहसीलदार नहीं मिलने से उन्हें वापस लौटना पड़ता है। सहित क्षेत्र के लोगों ने कहा जल्द स्थाई तहसीलदार की नियुक्ति होनी चाहिए। तहसीलदार के नहीं बैठने से कई महत्वपूर्ण काम प्रभावित हो रहे हैं। लोग परेशान होते हैं।
वर्तमान में यह स्टाफ की भी कमी है सुचारू रूप से संचालित हेतु यहाँ स्टाफ की अतिआवश्यता है।
नगर पालिका परिषद दीपका वार्ड नम्बर 06 पार्षद रोहित जायसवाल ने बताया कि दूर-दूर से एक काम के लिए कई बार आना पड़ता है तहसील पर तहसीलदार नही मिलते फिर मुलाकात नही हो पाता इस वजह से मायूस होकर घर लौटना पड़ता है दीपका तहसील को तहसील के पूर्ण दर्जा मिलने के बाद भी इस तरह के प्रशासनिक रैवेय से छेत्रवासियो को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है एक कार्य के लिए बार-बार आना समय व धन की बर्बादी होती है शासन/प्रशासन को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है दीपका तहसील में स्थायी तहसीलदार की बहुत आवश्यकता दीपका नगर पालिका परिषद होने के साथ ही कोयला खदान भी संचालित है भूमिअधिग्रहण सहित कई कार्य लंबित है स्थाई तहसीलदार होने से कार्य मे बिलंब नही होगी।
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