शिक्षक के अच्छे कार्यो के कारण जन्मदिन पालकों ने मनाया : नर्सरी पारा।




पाली(आईबीएन-24)शिक्षकों का मान-सम्मान सनातन काल से चला आ रहा है!जो समर्पित होकर गांव के बच्चों का भला करता है!उन्हें हर कोई आदर देता है !शिक्षक का अस्तित्व ही तमस को भगाकर ज्ञान के प्रकाश से विद्यार्थियों का भविष्य गढ़कर सर्वांगीण विकास करना है। शिक्षक का जन्मदिवस पता चलते ही ग्रामवासी कई स्थान पर रास्ता रोक का स्वागत करें ,उनके लिए  मिष्ठान,जलपान,भोजन आदि की व्यवस्था भी पालक करें। स्कूल समय के बाद शिक्षक को अपने घर बुलाए तो आज के जमाने में बात अटपटा प्रतीत होता है।

 पर यह सच है  प्राथमिक शाला नर्सरी पारा के शिक्षक सुनील जायसवाल का जन्मदिन ग्राम नर्सरी पारा के कई घरों में मनाया गया। एक घर जहाँ श्री चैन दास जी का सयुंक्त परिवार निवास करता है,उन्होंने स्वयं के ब्यय से केक,मिठाई,नाश्ता,व भोजन बनवाकर,बच्चों व पालकों को बुलवाकर शिक्षक से केक कटवाए गए। बुजुर्ग,माताओं व् बच्चों को मिठाइयाँ बाटी गयी।शिक्षक कोआत्मीय स्नेह प्रदान कर उपहार से नवाजा गया।इसके पहले घर को गुब्बारे व लाइट से रोशनी की गयी। एक शिक्षक ही समाज व देश को विकास की ओर ले जा सकता है। सरकारी संपत्ति हमारी अपनी है।उसकी रक्षा,संस्कार,देश प्रेम, आदि को सिखाने का काम भी गुरु करता है  यही कारण है की ग्रामवासी उनकी इज्जत करते हैं। इस अवसर पर सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी श्री मनी राम मरकाम संकुल शैक्षिक समन्वयक श्री वीरेंद्र जगत, समन्वयक श्री ज़बान पैकरा,ओमप्रकाश,तथा ग्राम वासी उपस्थित थे।

Post a Comment

0 Comments