पाली में आयोजित रुद्र महायज्ञ में यज्ञशाला की परिक्रमा करने उमड़ रहे भक्त,आइए जाने क्या है यज्ञशाला की परिक्रमा का लाभ.....



कोरबा/पाली(IBN-24NEWS) आप सभी जानते है की देवी देवताओं की पूजा के बाद परिक्रमा का अधिक महत्व है,मान्यता है की भगवान की आराधना के बाद परिक्रमा करने से मनुष्य के जीवन में आने वाली बाधाएं दूर हो जाती है,परिक्रमा से व्यक्ति का दुर्भाग्य भी सौभाग्य में बदल जाता है,रुद्र यज्ञ की परिक्रमा करने से स्वास्थ लाभ होता है, यह सौभाग्य रुद्र महायज्ञ के माध्यम से पाली क्षेत्र के लोगों को मिला है, पाली में आयोजित रुद्र महायज्ञ के दौरान पूज्य गुरुदेव स्वामी दिपकानंद जी खड़ेश्वरी महराज ने बताया कि परिक्रमा से रोग बीमारी दूर हो जाती है,जन्मों के पाप कट जाते है,यज्ञ कुंड से हवन का धुआं स्वास प्रणाली से होकर शरीर के अंदर प्रवेश कर बीमारी पैदा करने वाले किटाणुओ का नाश करता है वही आत्मा और मन शांत होता है, यही कारण है की पाली में 09 नवंबर से 15 नवंबर तक आयोजित रुद्र महायज्ञ में यज्ञ शाला की परिक्रमा करने और राष्ट्रीय प्रवचन कर्ताओं की कथा सुनने लोग उमड़ रहे है,आयोजन के बाद समस्त भक्तो हेतु भंडारा का भी आयोजन चल रहा है।




परिक्रमा के दौरान इन बातों का रखे ध्यान।

परिक्रमा के दौरान जिन देवी-देवताओं की परिक्रमा की जा रही है मन ही मन उनके मंत्रों का जप करना चाहिए, इस दौरान परिक्रमा करते समय मन में बुराई और तनाव जैसे भाव नहीं होना चाहिए, परिक्रमा नंगे पैर ही करना चाहिए इस दौरान मन शांत होना चाहिए,संभव हो तो परिक्रमा करते समय तुलसी रुद्राक्ष की माला पहन लेवें।

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