मुख्यमंत्रीभूपेश बघेल के कोटमी सकोला के 4 जुलाई प्रवास के दौरान ग्राम सकोला, कोटमी, सेवा ,भाड़ी के ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से छत्तीसगढ़ शासन के नरवा योजना अंतर्गत सकोला एवं भाड़ी के बीच सोन नदी कि लगभग 500 मीटर साफ सफाई कर वहां स्थित मुक्तिधाम का उन्नयन, पचरी निर्माण तथा स्नान घाट में पचरी निर्माण की मांग की है।




दीपक गुप्ता की खास रिपोर्ट


  गौरेला पेंड्रा मरवाही(IBN-24NEWS) मांग में बताया गया की  गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के सकोला तहसील के ग्राम सकोला एवं भाड़ी के बीच से सोन नदी बहती है जिसका पौराणिक महत्व है। सकोला एवं भाड़ी के बीच स्थित सोन नदी के पश्चिम तट पर बुढ़ा देव जी का मंदिर है जहां इस इलाके के आदिवासी समाज के लोगों की आस्था है वही पश्चिम तट पर हनुमान जी, 

सोनश्वर महादेव, शनि देव महाराज सहित प्रसिद्ध सिद्ध बाबा की पहाड़ी पर अन्य मंदिरों के समूह है। पश्चिम तट पर पुल के दाई ओर ही मुक्तिधाम स्थित है जहां आसपास के लोग मृत कर्म करने आते हैं पुल के बाएं ओर स्नान घाट है। आसपास गांव के लोग सैकड़ों की संख्या में प्रतिदिन सोनतट पर धार्मिक आस्था के साथ स्नान करने आते हैं। पश्चिम तट पर बसंत पंचमी पर विशाल मेला भरता है जहां हजारों की संख्या में जनसमुदाय उमड़ता है।

  ग्रामीणों ने मांग रखी कि  सकोला एवं भाड़ी के बीच स्थित सोन नदी के पश्चिम एवं पूर्व तट की लगभग 500 मीटर तक छत्तीसगढ़ शासन की अभिनव नरवा योजना के अंतर्गत साफ सफाई करा कर मुक्तिधाम एवं स्नान घाट का सौंदर्यीकरण तथा पचरी निर्माण की स्वीकृति प्रदान करने की कृपा करें जिसके लिए क्षेत्रवासी आपके आभारी होगें।

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