जिला चिकित्सालय में दोपहर 12:00 बजे से डॉक्टर का इंतजार कर रहा रिफर मरीज, सिविल सर्जन और डॉक्टर अस्पताल से नदारद.....।



संवाददाता-दीपक गुप्ता की खास रिपोर्ट


 गौरेला पेंड्रा मरवाही(IBN-24NEWS) जीपीएम जिले के गठन के बाद से जिले में स्वास्थ्य सुविधाएं बदहाल है। आए दिन मरीजों को डॉक्टर और स्टाफ की कमी बताकर जिला चिकित्सालय गौरेला या बिलासपुर जिले में रिफर कर दिया जाता है, जहां मरीजों का इलाज के नाम पर शोषण  होता है।

 ताजा मामला आज दिनांक 9 जुलाई 2022  को सामने आया है जहां लोहारी निवासी नंदलाल उम्र 63 वर्ष साइकिल से गिर गए थे, जिसके कारण उन्हें बहुत गहरी चोट लगी थी। मरीज को लेकर परिजन मरवाही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे जहां इलाज की सुविधा नहीं होने के कारण डॉ. देवेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने मरीज को जिला चिकित्सालय गौरेला रेफर कर दिया, एंबुलेंस की सुविधा नहीं होने के कारण मरीज को परिजनों ने अपने निजी वाहन से 12:00 बजे तक जिला चिकित्सालय पहुंचाया जहां मरीजों के परिजनों को शाम 5:00 बजे डॉक्टर चेतन के आने के बाद मरीज को लाने के लिए कहा गया । जिसकी शिकायत लेकर परिजन सिविल सर्जन डॉक्टर कौशल प्रसाद के केबिन पहुंचे जहां उनके ऑफिस के सामने ताला लगा मिला किसी तरह दूरभाष से बात करने पर सिविल सर्जन के द्वारा अवगत कराया गया कि कुछ समय बाद डॉक्टर चेतन आएंगे लेकिन  डॉक्टर मरीज का इलाज तो दूर  मरीज को देखने तक नहीं पहुंचे यह घटना जिले के एक-एक मरीजों की सच्ची कहानी है जिनकी इलाज के अभाव में मौत तक हो जाती है और यह शासन-प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और जिला चिकित्सालय प्रबंधन के मुंह पर एक तमाचा है।

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