दीपक गुप्ता की खास रिपोर्ट
जीपीएम(IBN-24NEWS) भां.जु. यु.मो. पेंड्रा मण्डल महामंत्री करन साहू ने छत्तीसगढ़ की रिक्त दोनों राजयसभा सीटों पर कांग्रेस अलाकमान के फैसले पर बाहरी उम्मीदवार तय किए जाने पर प्रतिक़िया व्यक्त करते हुए मुख्य्मंत्री भूपेश बघेल से सवाल किया है कि वे ये बताएं कि अब उनका तथाकथित छत्तीसगढ़ियावाद कहां छूप गया है कहां खो गया है और कांग्रेस आलाकमान के आगे नतमस्तक होते हुए उन्होंने छत्तीसगढ़ के हितो से समझौता क्यों किया है? मण्डल महामंत्री करन साहू ने कहां है कि भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ की जनता की आँखों में धूल झोंकते हुए हर रोज दिन में 10बार छत्तीसगढ़िया छत्तीसगढ़िया छत्तीसगढ़िया की रट लागए रहते है! कभी भौरा चलाते है कभी पिटू खेलते है कभी कुछ और स्वांग करते है लेकिन जब छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान की बात आती है तो भूपेश बघेल का स्वाभिमान 10जनपद मे गिरवी रख जाता है!यह कौन सा छत्तीसगढ़ियावाद है यह कौन सी छत्तीसगढ़ की संस्कृति है छत्तीसगढ़ की संस्कृति ने अंग्रेजो के सामने सर नहीं झुकाया और यह भूपेश बघेल है जो 10 जनपथ के आगे छत्तीसगढ़ का सिर हर रोज नवा देते है महामंत्री करन ने कहां कि आखिर क्या वजह है कि उन्हें कृषि विश्वविद्यालय में तो छत्तीसगढ़िया कुलपति चाहिए होता है लेकिन छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़ का राज्यसभा सांसद नहीं चाहिए होता है पिछली बार तुलसी को कांग्रेस के राष्ट्रीय दामाद के लिए वकालतनामा की फीस के तौर पर राज्यसभा भेज दिया गया और वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा का अपमान किया गया क्या यही भूपेश बघेल का छत्तीसगढ़ प्रेम है ? इस भारतीय जनता पार्टी ने लगातार कहा कि छत्तीसगढ़ से राजयसभा में छत्तीसगढ़ के लोगो को ही भेजना चाहिए!
0 Comments