आज तक नहीं थम पाया रेल कॉरिडोर निर्माणकर्ता एवं ग्रामीणों का द्वंद।
कोरबा (IBN-24 NEWS) ज्ञात हो कि रेलवे कारडोर निर्माणकर्ता ठेकेदार और उनके कर्मचारियों के बर्ताव की शिकायत ग्राम पंचायत डोंगरी विकास खंड कटघोरा के ग्रामीणों द्वारा अपने नजदीकी थाना क्षेत्र एवं जिला प्रशासन को पूर्व में भी कीया जा चुका है । और पूर्व में समाचार पत्र के माध्यम से यह खबर प्रकाशित भी की गई थी ।
ज्ञात हो कि इन दिनों कोरबा जिले के विकासखंड अंतर्गत के ग्रामों से होकर गुजरने वाली रेलवे कारीडोर लाइन का कार्य प्रगति पर है । और जबसे रेल कॉरिडोर का निर्माण आरंभ किया गया है उस क्षेत्र के ग्रामीण इन कारीडोर निर्माण कर्ता ठेकेदार एवं कर्मचारियों के निजी जमीन में अवैध उत्खनन एवं उनके आक्रमक और अड़ियल रवैए से अत्यधिक परेशान है । और रेल कॉरिडोर निर्माणकर्ता एवं ग्रामीणों के बीच का यह द्वंद कई दिनों से शांत होने का नाम ही नहीं ले रहा है । हालाकि पूर्व में भी इस समस्या से संबंधित शिकायत किया जा चुका है परंतु शिकायत पर जिला प्रशासन कोई निष्पक्ष निर्णय नहीं ले पा रहा है ।
इसी कड़ी में "तुहर सरकार तुहर द्वार" कार्यक्रम अंतर्गत शासन द्वारा आयोजित समाधान शिविर माखनपुर (पाली) में ग्राम डोंगरी के ग्रामीणों के द्वारा भी समाधान कराए जाने के उद्देश्य से शिकायत की गई ।
ग्राम पंचायत डोंगरी के आश्रित मोहल्ला तिलवारी पर के निवासी चंद्रभान दास पिता बहारन दास का कहना है कि रेल्वे कारीडोर निर्माणकर्ता ठेकेदार गनपत एवं साइड इंचार्ज प्रेम चौधरी के द्वारा बिना अनुमति के उनके निजी हक भूमि स्वामित्व की भूमि प. ह. न.04 पर जे सी बी चलवाकर खुदाई करा दी गई है।
जिससे उनकी कृषि भूमि का खाद्य और कंपोज्ड का हिस्सा निकाल दिया गया है । एक किसान-कितना मेहनत कर खेत की सिंचाई रोपाई कर कृषि करता है यह किसान को ही पता होता है जिस पर पानी फेर दिया गया और उपजाऊ हिस्से को बंजर कर दिया गया है । इस बात से आक्रोशित होकर चंद्रभान दास एवं अन्य ग्रामीणों द्वारा नजदीक थाने में और जिला प्रशासन से शिकायत की गई । परंतु शिकायत करने के बाद रेल्वे कारीडोर निर्माणकर्ता ठेकेदार और उनके कर्मचारियों के द्वारा चंद्रभान दास के परिवार और अन्य ग्रामीणों पर जानलेवा हरकत ,गाली गलौच ,जान से मरने की धमकी दी जा रही है और चाहे दिन हो या रात ग्राम के अन्य निजी उपजाऊ जमीन पर बिना अनुमति खनन कर मिट्टी निकली जा रही है । जिससे ग्रामीण पीड़ित और बहुत परेशान है ।
शिकायत कर्ता चंद्रभान दास का कहना है "तुहर सरकार तुहर द्वार" कार्यक्रम के तहत आयोजित जन समाधान शिविर लगने से जनताओ में एक उम्मीद की किरण जगी है जिस उम्मीद को लेकर हम अपने अपने समस्यायों के निराकरण के लिए शिविर पर आए हुए है । अब देखना यह है कि सरकार को हमारी पुकार सुनाई देती है की नही ।
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