संवाददाता-दीपक गुप्ता की खास रिपोर्ट
गौरेला पेंड्रा मरवाही(IBN-24NEWS) इस दुनिया मे सबसे बड़ा योद्धा माँ होती है ' ये kjf मूवी का डायलॉग है पर ये बात दिल में लगती है ' क्योकि हमारी मां ही है जो हमें निस्वार्थ प्रेम करती है।
अगर हम इतिहास में जाये तो हमारे देश का प्रतिनिधित्व करने वाली महिला थी।
स्वर्गीय इंदिरा गांधी जी ने अपने दृढ़-संकल्प के बल पर भारत व विश्व राजनीति को प्रभावित किया है। उन्हें लौह-महिला यूं ही नहीं कहा जाता है। इंदिरा गांधी ने पिता, पति व एक पुत्र के निधन के बावजूद हौसला नहीं खोया। दृढ़ चट्टान की तरह वे अपने कर्मक्षेत्र में कार्यरत रहीं। लोग उनको ‘चतुर महिला’ तक कहते थे, क्योंकि इंदिराजी राजनीति के साथ वाक्-चातुर्य में भी माहिर थीं।
आज हमारे जिला जीपीएम में भी महिलाओं की भागीदारी पुरषों से अधिक है।
आज जिले की कलेक्टर एडिश्नल sp sdm महिला है ' जो जिले को विकाश उनत्ति के पथ पर आगे ले जा रहे है।
अंत में हम यही कहना ठीक रहेगा कि हम हर महिला का सम्मान करें अवहेलना, भ्रूण हत्या और नारी की अहमियत न समझने के परिणाम स्वरूप महिलाओं की संख्या, पुरुषों के मुकाबले आधी भी नहीं बची है। इंसान को यह नहीं भूलना चाहिए, कि नारी द्वारा जन्म दिए जाने पर ही वह दुनिया में अस्तित्व बना पाया है और यहां तक पहुंचा है। उसे ठुकराना या अपमान करना सही नहीं है। भारतीय संस्कृति में महिलाओं को देवी, दुर्गा व लक्ष्मी आदि का यथोचित सम्मान दिया गया है अत: उसे उचित सम्मान दिया ही जाना चाहिए।
मेरी तरफ से सभी को महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
0 Comments