होली झमाझम- शराब पीना हो तो चले आइए कोटा देर रात तक शराब के साथ खाने पीने का है उत्तम व्यवस्था......।

कोटा के ढाबो में आबकारी विभाग का नहीं है नियंत्रण,।

कोटा के ढाबों में जाम पे जाम छलकाओ यहां डर नहीं कार्यवाही का संचालक कि है जबरदस्त सेटिंग।


संवाददाता  -: दिनेश निषाद की खास रिपोर्ट


बिलासपुर/कोटा(IBN-24NEWS) कोटा एक पर्यटक स्थल भी है जैसे कि कोटा डैम और कोटा डैम से 8 से 10 किलोमीटर की दूरी पर लगा हुआ सेमरिया में औरा पानी डैम जो कि शराबियों का अड्डा बनता जा रहा है जिससे कोटा में आए दिन अपराध की गतिविधियां बढ़ रही है जैसे की चोरी डकैती लूटपाट नशे की हालत में एक्सीडेंट का मामला लगातार बढ़ते क्रम में कोटा क्षेत्र में।

कोटा का ऐसा कोई ढाबा नहीं जहां शराब बेची व पिलाई नहीं जा रही है  ढाबो में हाल यह है कि इसके सामने बीयर बार भी  बौना साबित होता जा रहा है क्या सुबह क्या शाम यहां लोग बड़े मजे से जाम छलका अपनी रात रंगीन बना रहे हैं अंग्रेजी की हर ब्रांड की शराब यहां ओने -पौने दाम पर बेचकर ढाबा संचालक भी मदहोश हुए जा रहे हैं पैसे कमाने का नशा इतना है कि उन्हें विभाग के अधिकारी भी मदहोश नजर आ रहे हैं।



आलम तो यह है कि विभागीय अधिकारियों के नाक के नीचे से यह पूरा अवैध कारोबार संचालित हो रहा है वह फल -फूल रहा है कोटा के ढाबों का इतना बड़ा तिलिस्म है कि इस तिलिस्म को तोड़ने में विभागीय अधिकारियों के पसीने छूट रहे हैं धड़ल्ले से चल रहे अवैध शराब के व्यापार पर सेंध लगाने की हिमाकत विभाग के अधिकारियों में नहीं है यह तो साफ नजर आ रहा है शराबियों को बिना किसी भय के उनके टेबल पर चखना शराब परोसा जा रहा है हालांकि उसके लिए मदिरा प्रेमियों को रेट से दुगनी रकम देनी पड़ रही है।



अब देखना यह है कि सिलसिला जारी रहेगा या इन ढाबा एवं चखना संचालकों पर कार्यवाही होती है या नहीं।


प्रश्न यह है कि छत्तीसगढ़ सरकार बेच रही है शराब फिर क्यों हो रही है मदिरा प्रेमियों के ऊपर कार्यवाही जबकि मदिरा प्रेमियों को शराब के साथ ऑनलाइन बिल भी दिया जाता है ?

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