संवाददाता-दीपक गुप्ता की खास रिपोर्ट
गौरेला पेंड्रा मरवाही(IBN-24NEWS)शासकीय महाविद्यालय मरवाही में 2020-21 में पढ़ चुके छात्र आशीष श्रीवास ने 13 दिसंबर 2021 को महाविद्यालय में सूचना अधिकार अधिनियम ( RTI ) 2005 के तहत महाविद्यालय में सन 2018–19 से 2021-22 तक जनभागीदारी समिति में आवक जावक की संपूर्ण जानकारी कहां किस कार्य के लिए कितना खर्च किया गया है और कहां से कितना पैसा जनभागीदारी समिति को प्राप्त हुआ है इसका संपूर्ण विवरण रसीद की प्रमाणित प्रतिलिपि के साथ मांगा।
तथा 2018 से 2022 तक के समय में महाविद्यालय स्थित पुस्तकालय में कितनी पुस्तकें मंगाई गई हैं इसका संपूर्ण बेवरा भी जानकारी के रूप में मांगा था जिसका जवाब महाविद्यालय को 30 दिनों पश्चात देना था ।
परंतु 3 महीने बीत जाने के पश्चात भी उन्हें महाविद्यालय द्वारा दोनों में से कोई भी जानकारी प्राप्त नहीं हुई इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है की कहीं ना कहीं महाविद्यालय में भ्रष्टाचार व्याप्त है।।
अब आशीष श्रीवास का कहना है कि मुझे जानकारी अभी तक प्राप्त नहीं हुई है तो मैं प्रथम अपील के लिए उच्च शिक्षा आयुक्त तक जाऊंगा और महाविद्यालय में छात्र छात्राओं के साथ व वहां काम करने वाले कर्मचारियों के साथ हो रहे अन्याय और भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई लडूंगा ।।
उन्होंने यह भी कहा की महाविद्यालय में जनभागीदारी समिति के अंतर्गत दो कर्मचारी कार्यरत थे जिन्हें कुछ महीने पूर्व बिना कोई कारण बताएं सेवा से निलंबित कर दिया गया।।
पंकज तिवारी जो कि महाविद्यालय में अस्थाई चपरासी के रूप में 6 से 8 वर्षों से कार्यरत थे जिनकी उम्र वर्तमान में लगभग 50 के आसपास होगी अब वह इस उम्र में कौन सा नया काम ढूंढ करके अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करेंगे हम सभी छात्र उनके साथ हैं आवश्यकता पड़ने पर हम उनके लिए महाविद्यालय प्रशासन से न्याय दिलाने के लिए लड़ाई भी लड़ेंगे।।
मैं आशीष श्रीवास शासकीय महाविद्यालय मरवाही में पढ़ चुके और पढ़ रहे सभी छात्र छात्राओं से अपील करता हूं कि इस लड़ाई में मेरा सहयोग करें जिससे महाविद्यालय प्रशासन में व्याप्त भ्रष्टाचार को हम समाप्त कर सकें।।
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