जिला संवाददाता - महेन्द्र कुमार सिदार
धरमजयगढ़/छाल/कीदा (IBN-24NEWS) वन विभाग द्वारा प्रति वर्ष 21 मार्च को पेड़ों के महत्व के विषय में जागरूकता फैलाने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्व वानिकी दिवस जंगलों के बचाओ रखने के लिए वर्ष 1971 में यूरोप कृषि संगठन की 23 वी आम बैठक में 21 मार्च को प्रतिवर्ष विश्व वानिकी दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया गया।
बाद में संयुक्त राष्ट्र खाद्य कृषि संगठन ने भी पेड़ों के महत्व के विषय में जन जागरूकता फैलाने के लिए 21 मार्च को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्व वानिकी दिवस मनाने पर अपनी सहमति दी तभी से 21 मार्च को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्व वानिकी दिवस मनाने की शुरुआत हुई।
वन मंडल धर्मजयगढ़ अधिकारी अभिषेक जोगावत एसडीओ साहू उप मंडल अधिकारी के मार्गदर्शन एवं निर्देश अनुसार 21 मार्च को सभी रेंज में विश्व वानिकी दिवस दिवस मनाने का निर्देश दिया गया वही छाल रेंज में यह दिवस नवोदय विद्यालय चयन प्रशिक्षण निशुल्क शिक्षा केंद्र औरा नारा को छाल रेंजर द्वारा चयनित किया गया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि छाल वन परीक्षेत्र अधिकारी मुनेश्वर सिंह मर्सकोले, गुरुकुल सेवा आश्रम के संचालक परमानंद पटेल जी थे।
इस औरानारा नवोदय गुरुकुल में डेढ़ सौ से अधिक बच्चे निशुल्क शिक्षा ग्रहण करते हैं आज के इस वानिकी दिवस के अवसर पर वन परीक्षेत्र अधिकारी ने दूर दराज से आए नन्हे-मुन्ने बच्चों एवं उनके अभिभावकों और वहां उपस्थित ग्रामीणों को वन संपदा वन उपज से होने वाले लाभ की जानकारी दी और वन्य जीव जंतुओं की सुरक्षा के लिए प्रेरित किया और प्रत्येक बच्चों को प्रतिवर्ष एक पौधा लगाने के लिए संकल्पित किया। और आश्रम संचालक पटेल जी को वन परीक्षेत्र अधिकारी के द्वारा डायरी पेन देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम उपरांत बच्चों को डायरी पेन टॉफी मिठाइयां वितरण की गई। कार्यक्रम में मुख्य रूप से श्रीमती तुलसी पटेल बनहर परिक्षेत्र सहायक मुकेश सिदार परिसर प्रभारी अनीता पांडे और कुडेकेला परिक्षेत्र सहायक एवं तेंदूपत्ता छाल के प्रभारी सुखदेव राठिया और गांव के पंच सरपंच एवं गणमान्य ग्रामीण मुख्य रूप से उपस्थित रहे।।
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