कोरबा/चैतमा(IBN-24NEWS)राष्ट्रीय जल ग्रहण मिशन के माध्यम से ग्राम पंचायत चैतमा मे कृषि प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण किया गया था है जो बेजा कब्जा का भेट चढ़ गया इसके साथ ही भवन जर्जर हो गया, क़ृषि प्रशिक्षण केंद्र मे जाने का रास्ता को अगल बगल से बेजा कब्जा कर लिया गया जिससे प्रशिक्षण केंद्र तक जाने के लिए रास्ता ही नहीं बचा है, अगल-बगल जाने का रास्ता को भी बंद कर दिया गया है इसके साथ ही बगल मे कृषि विस्तार अधिकारी आवास बनाया गया था उसका भी हालत जर्जर हो गया जिससे कृषि विस्तार अधिकारी यहां रह नहीं पाते, जिससे क्षेत्र के किसान क़ो जो फायदा किसानों को मिलना चाहिए वह किसानों को नहीं मिल पाया।
शासन के लाखों रुपए खर्च करने का मकसद था की क्षेत्र के किसानों को शासन की योजना का लाभ मिले और कृषि क्षेत्र में किसान विकास करे, शासन की समस्त योजना का लाभ किसानों क़ो मिले इसी आशा मे किसान प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण किया गया था परंतु विभागीय निष्क्रियता के कारण भवन जर्जर होकर कबाड़खाना में तब्दील हो रहा है,इस प्रशिक्षण केंद्र का कायाकल्प कब तक हो पाएगा ये आज तक किसी प्रकार की जानकारी उच्चाधिकारियों ने नहीं दिया जिससे कृषि विभाग द्वारा राष्ट्रीय जल ग्रहण के माध्यम से किसानों को खेती करने हेतु प्रशिक्षण केंद्र पर समय-समय पर प्रशिक्षण देने वाला कार्य भी रुक गया, शासन चाहती है कि किसान.आधुनिक खेती की ओर अग्रसर हो पर भवन जर्जर होने से और कृषि विस्तार अधिकारी के अपने निवास स्थान पर नहीं रहने पर किसानों को इसका फायदा कम ही मिल पाता है, वर्तमान में किसान आधुनिक खेती की ओर अग्रसर हो रहे है,परंतु कृषि विस्तार अधिकारी चैतमा के अपने निवास स्थल पर नहीं रहने पर किसानों को इसका लाभ नहीं मिल पाता, प्रशिक्षण केन्द्र विभागीय देख रेख के आभाव मे भवन जर्जर होकर ढहने के कगार मे है।
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