कार्यवाही नही करने को लेकर जनपद सीईओ सहित अन्य संबंधित अधिकारी की कार्यशैली पर भी उठने लगे सवाल....।
कोरबा/पाली(IBN-24NEWS) पाली जनपद सीईओ व्ही. के. राठौर सहित संबंधित अन्य अधिकारी इस विकासखण्ड के पंचायतो में होने वाले विकास के निर्माण कार्यों का जायजा नही लेते। जिनके अनदेखी के कारण कई ग्राम पंचायतों में भारी भ्रष्ट्राचार का आलम है। किंतु भ्रष्ट्र सरपंच- सचिव के खिलाफ कार्यवाही नही करने से मनमाने पूर्वक गुणवत्ताहीन कार्यों के अलावा बिना काम राशि आहरण कर बंदरबांट को जमकर अंजाम दे रहे है। और सीईओ मदमस्त होकर उन्हें खुली छूट दे रखे है। कुछ इसी तरह कार्यवाही के अभाव में रतखंडी सरपंच- सचिव के हौसले भी काफी बुलंद है। तथा मूलभूत, 14वें एवं 15वें वित्त की राशि का दुरुपयोग करने में ये जरा भी हिचक नही रहे एवं अपनी जेबें गरम करने में मस्त है। जहां ग्राम में संचालित प्राथमिक शाला भवन के छत मरम्मत की आड़ में 14वें, 15वें मद से 3 लाख 22 हजार 2 सौ 80 रुपए की राशि का चार अलग- अलग तिथि में निकाल वारा- न्यारा वाले सरपंच बाबूलाल सोनवानी ने सचिव के साथ मिलकर एक और कारनामे को अंजाम दिया है। जिसमे गौठान निर्माण के लिए अबतक जगह का चयन ही नही किया गया है और एक साल पहले गौठान कार्य सामाग्री क्रय के नाम पर 50 हजार 1 सौ 60 रुपए की राशि 14वें वित्त से आहरण कर बंदरबांट कर ली गई। जिसके आहरण की बाउचर तिथि जियोटैग में 17 सितंबर 2020 उल्लेखित है। वहीं वर्तमान में 15वें वित्त मद के 2 लाख की राशि से यहां की जनता को न दिखने वाले गौठान में बोर मशीन कार्य कराया जा रहा है। जिसे लेकर यहां के ग्रामीणों का कहना है कि बीहड़ पहाड़ी व पाली विकासखण्ड से दूरस्थ ग्राम पंचायत होने के कारण अधिकारी यहां निरीक्षण के लिए आते नही, जिनके उपेक्षित रवैये का फायदा उठाकर सरपंच- सचिव की मनमानी चरम पर है और निर्माण के सभी विकास योजनाओं में कमीशन खोरी कर अघोषित ठेकेदारों के माध्यम से कार्य कराए जाने के चलते घटिया निर्माण कार्य का बोलबाला है। साथ ही ग्राम के बुनियादी सुविधाओं के लिए जारी पंचायत मद की राशि का भी बिना काम के जमकर दोहन किया जा रहा है। बहरहाल संबंधित अधिकारियों की निष्क्रियता के परिणाम स्वरूप रतखंडी सरपंच- सचिव बेलगाम होकर पंचायत को लूटने में लगे है। और सरकारी खजाने से लाखों रुपए निर्माण के नाम पर निकाले तो जा रहे है लेकिन यहां की जनता को काम देखने को नही मिल रहा। यदि इस पंचायत में दो वर्षों के दौरान 14वें, 15वें वित्त व मूलभूत सहित विभिन्न योजनाओं से कराए गए सभी निर्माण कार्यों का अधिकारी मौके पे जांच निरीक्षण करें तो घटिया निर्माण के साथ लाखों का भ्रष्ट्राचार उजागर होगा, किंतु दुर्भाग्य कि जनपद सीईओ सहित अन्य अधिकारियों के उपेक्षित आचरण से यहां घटिया निर्माण कार्य एवं शासन के पैसों का दुरुपयोग मामले में सरपंच- सचिव के हौसले काफी बुलंद है। जिसे लेकर संबंधित अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल उठने लगे है। फिलहाल उक्त मामले की प्रतिक्रिया जानने सरपंच- सचिव से संपर्क करने का प्रयास किया गया, किंतु दोनों का मोबाइल आउट ऑफ कव्हरेज मिला जिसके कारण उनकी प्रतिक्रिया नही मिल पाई।
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