कोरबा/पाली(IBN-24NEWS) ग्राम पंचायत की जनता के लिए बुनियादी सुविधाओं हेतु शासन द्वारा जारी किए गए 14वें, 15वें वित्त मद की राशि का सरपंच- सचिव ने मिलकर मनमाने ढंग से कोरेनटाइन सेंटर में प्रवासी मजदूरों एवं कोविड 19 से बचाव व राहत कार्य के नाम पर बेहिसाब राशि खर्च कर शासन को बिल प्रस्तुत किया है। जिसे लेकर यहां के जानकार ग्रामीणों द्वारा भारी भ्रष्ट्राचार किये जाने की आशंका व्यक्त की गई है तथा उक्ताशय की शिकायत कलेक्टर से करने की ठानी है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पाली जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत पोड़ी में बुनियादी सुविधाओं व विकास के लिए 14वें, 15वें वित्त अंतर्गत लाखों की राशि शासन ने इस पंचायत को जारी किया था लेकिन उन राशि का सरपंच होरी सिंह बियार एवं सचिव ने मिलकर प्रवासी मजदूरों के लिए बनाई गई कोरेनटाइन सेंटर एवं कोविड 19 से बचाव व राहत कार्य के नाम पर बिना किसी मापदंड के बेहिसाब राशि खर्च दर्शाकर संबंधित विभाग को बिल प्रस्तुत करते हुए शासन की आंखों में जमकर धूल झोंकने का काम किया है। जिस कारनामे के जानकार यहां के निवासी ग्रामीणों का कहना है कि 14वें, 15वें वित्त मद की राशि ग्रामीण विकास के लिए आई थी, न कि प्रवासी मजदूरों के लिए बनाई गई कोरेनटाइन सेन्टर व कोरोना संक्रमण से बचाव की आड़ लेकर मानमाने तौर पर खर्च करने के लिए। सरपंच- सचिव द्वारा वर्तमान तथा बीते वर्ष में किये गए भारी भ्रष्ट्राचार मामले को लेकर विस्तृत रूप से जो जानकारी हासिल हुई है उसके अनुसार बीते वर्ष 2020 में 14वें वित्त से कोरेनटाइन सेंटर में दरी, कुर्सी, गद्दा, सहित अन्य टेंट सामाग्री के नाम पर चार किश्तों में क्रमशः 56 हजार 8 सौ 75 रुपए, 50 हजार, 32 हजार 5 सौ 65 व 17 हजार 3 सौ 90 रुपए की राशि आहरण की गई। इसी प्रकार कोरेनटाइन सेंटर में सामाग्री क्रय के नाम पर तीन किश्तों में- प्रथम 1 लाख 29 हजार 5 सौ 72 द्वितीय 43 हजार 8 सौ 30 रुपए व तृतीय 35 हजार की राशि के अलावा बोर, विद्युतीकरण, पेयजल पर भी तीन किश्तों में- 45 हजार, 11 हजार 90 एवं 10 हजार 6 सौ 20 रुपए निकाली गई। प्रवासी मजदूरों के लिए भोजन व्यवस्था पर दो किश्त में 1 लाख 04 हजार 75 तथा 56 हजार 7 सौ 50 रुपए खर्च पेश किया गया। इसके साथ मास्क, सेनिटाइजर, स्टेफरी ग्लब्स खरीदी के लिए भी दो बार में राशि निकाली गई जिसमें 50 हजार एवं 49 हजार 8 सौ 45 रुपए अंकित है। कोरेनटाइन सेंटर में कच्ची शौचालय निर्माण के लिए 63 हजार 1 सौ रुपए, मजदूरी भुगतान पर 57 हजार 4 सौ 20 व गिलास, मग, बाल्टी खरीदी के नाम पर 15 हजार 7 सौ 75 रुपए खर्च सहित 14वें वित्त से खर्च की गई राशि 8 लाख 28 हजार 9 सौ 7 रुपए का बिल सरपंच- सचिव द्वारा पेश किया है। इसी प्रकार 15वें वित्त मद से पीपीई किट, हाइपोक्लिन मास्क, सेनिटाइजर पर खर्च राशि चार किश्तों में आहरण किया गया। जिसमें 37 हजार 6 सौ 10 रुपए, 35 हजार 3 सौ 81 रुपए, 30 हजार 9 सौ 41 व 27 हजार 7 सौ 90 रुपए खर्च का उल्लेख है। कोविड 19 हेतु भी खर्च राशि चार बार मे आहरित की गई है, जिसमे 11 हजार 2 सौ रुपए, 9 हजार 5 सौ 20 रुपए, 7 हजार 2 सौ 20 व 3 हजार 9 सौ 10 रुपए का आहरण है। कोविड 19 हेतु पेयजल आपूर्ति पर 42 हजार एवं लाईट डेकोरेशन में 25 हजार 6 सौ रुपए खर्च बताते हुए 15वें वित्त से 2 लाख 31 हजार 1 सौ 72 रुपए आहरण किया गया है। और इस प्रकार बीते वर्ष 2020 एवं वर्तमान वर्ष में मिलाकर कुल 10 लाख 60 हजार 79 रुपए की भारी- भरकम राशि कोरेनटाइन सेंटर एवं कोविड 19 से बचाव व राहत कार्य के नाम पर खर्च करना बताया गया है। सरपंच- सचिव द्वारा संबंधित अधिकारियों के बिना संरक्षण इतनी बड़ी राशि खर्च किया जाना संभव नही माना जा रहा, जिसे लेकर स्थानीय जानकार ग्रामीणों ने भारी भ्रष्ट्राचार की आशंका व्यक्त करते हुए शिकायत कलेक्टर से करने की ठानी है। इस विषय पर ग्रामीणों का कहना है कि 14वें, 15वें वित्त राशि की भांति मूलभूत राशि भी सरपंच की पॉकेटमनी बनकर रह गई है। और उक्त राशि का उपयोग सरपंच सचिव ग्राम विकास के लिए कम तथा अपने निजी हित अथवा पंचो को खुश करने के उद्देश्य से अधिक करते है। चूंकि मूलभूत व 14वे, 15वें वित्त की राशि आम जनता के मूलभूत सुविधाओं के लिए है। मगर इन राशि का गांव के पंच परमेश्वर दुरुपयोग करने में कोई कोर- कसर नही छोड़ रहे है, जो आम जनता के साथ अन्याय है। जिसकी जांच अति आवश्यक है। इस संबंध पर पक्ष जानने सरपंच होरी सिंह बियार से उनके मोबाइल पर संपर्क किया गया लेकिन दो बार लगातार घण्टी जाती रही किंतु उन्होंने फोन रिसीव नही किया जिसके कारण उनकी प्रतिक्रिया नही मिल पाई। इस पंचायत में 14वें, 15वें वित्त मद की राशि का और भी अन्य कार्यों के नाम पर दुरुपयोग करने की जानकारी हासिल हुई है जिसे अगली खबर के माध्यम से सामने लाया जाएगा।
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