महामाया मंदिर चैतमा में शारदीय नवरात्रि पर्व की तैयारियां, बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा नवरात्रि पर्व।

 




कोरबा/चैतमा((IBN-24NEWS) कहते हैं जो भी चैतमा महामाया मंदिर की चौखट पर आया वो खाली नहीं गया,चैतमा महामाया मंदिर बहुत ही प्राचीन है, चैतमा मे जमींदार प्रथा के समय से यहाँ नवरात्रि का आयोजन होते आ रहा है,जितनी अनोखी इस मंदिर की मान्यता है। उतनी अनोखी इस मंदिर की कहानी है,यहां की मां महामाया देवी के आशीर्वाद से हर संकट दूर हो जाता है। कुंवारी लड़कियों को सौभाग्य की प्राप्ति होती है,लोगों के सभी कष्ट सभी बीमारियां माँ के आशीर्वाद से दूर हो जाते है,देवी मां के इस मंदिर  मे सभी मनोकामनाएं पूर्ण होता है ऐसी यहाँ की मान्यता है, इस वजह से गाँव के ही नहीं आसपास और बड़े दूर दूर से चैतमा महामाया मंदिर के दर्शन करने नवरात्रि मे ही नहीं, हमेशा माता के दर्शन करने आते रहते है,आस्था व माता की उपासना का पर्व नवरात्र 7सितंबर से शुरू हो रहा है,क्षेत्र में नवरात्र का पर्व विशेष हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है, जिसके चलते नौ दिनों तक नवरात्र पर्व को देखते हुए महामाया देवी मंदिरों में साफ-सफाई व रंग रोगन का कार्य लगभग पूरा हो चूका है, नवरात्र के अवसर पर माता दुर्गा के विभिन्ना रूपों की पूजा की जाती है, इस दौरान माता की पूजा अर्चना का विशेष महत्व भी है, जिसके चलते ही हर वर्ष नवरात्र के अवसर पर देवी मंदिरों में माता के दर्शन के लिए भक्तों का तांता लगा रहता है। भक्त माता की पूजा-अर्चना कर उनसे अपनी मनोकामना पूरी करने की कामना करते हैं,गाँव से ही नहीं दूर-दराज क्षेत्रों से भक्त माता के दर्शन के लिए देवी मंदिरों में पहुंचते हैं,गाँव के प्रमुख देवी मंदिरों में नवरात्र के अवसर पर विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। हर वर्ष की तरह इस साल भी नवरात्र की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं,लेकिन बीतों दो साल से करोना के कारण भक्तो ने ठीक ढंग से नवरात्रि मना नहीं पाए है पर इस वर्ष आंसिक छूट के कारण भक्तो अच्छा खासा उत्साह है इस साल ज्योति कलश, जवारा का भी आयोजन होगा ज्योति कलश के लिए 751रूपये और जवारा के लिए 221रूपये निर्धारित समिति द्वारा की गईं है, समिति ने करोना गाइड लाइन को पालन करते हुए नवरात्रि मनाने का निर्णय लिया है।

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