ग्रामीण यांत्रिकी उप संभाग कार्यालय पाली की कुर्सी पर फेविकोल का जोड़, वर्षों से एक ही जगह पर चिपके हुए है एसडीओ कंवर...।




कोरबा/पाली(IBN-24NEWS) आरईएस कार्यालय पाली की कुर्सी पर लगता है फेविकोल का जोड़ लगा हुआ है, जो उप अभियंता से एसडीओ तक का सफर तय करने वाले एसडीओ एमएस कंवर पिछले डेढ़ दशक से भी अधिक समय से एक ही स्थान पर लगातार चिपके हुए है। जबकि पूर्व एवं वर्तमान राज्य शासन द्वारा समय- समय पर शासकीय अधिकारियों व कर्मचारियों की सर्जरी की जाती रही है। जिसमे पूर्व भाजपा शासनकाल के दौरान एसडीओ श्री कंवर का भी अन्यंत्र स्थानांतरण तो किया गया था। लेकिन तब कुछ माह बाहर बिताने के बाद सत्ता पक्ष के अपने आकाओं की जी हुजूरी करके अपना पोस्टिंग पुनः पाली कराने में सफल रहे, और इस प्रकार लगभग 17- 18 वर्षों से एक ही स्थान पर वे जमे रहकर पाली आरईएस की कुर्सी को अपना स्थाई अड्डा बना रखे है। शायद शासन- प्रशासन ने भी इस ओर ज्यादा ध्यान देना मुनासिब नही समझा, जिसके कारण ये बड़े ढिठ किस्म के हो चले होने के साथ ग्राम पंचायतों में होने वाले अनेक निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर भी ग्रहण लगाते चले आ रहे है।


जैसे अजगर को उसके जगह से हटाने में बड़ी मशक्कत करनी पड़ती है, ठीक उसी किस्म के एसडीओ साहब लगते है। तथा लगता है इनको पाली आरईएस का हवा-पानी कुछ ज्यादा ही भा गया है, इसीलिए पाली का मोह नही छोड़ पा रहे है। इसकी दूसरी वजह यह भी है कि एसडीओ साहब को यहां मन मुताबिक काम करने को मिलता है, जो अन्य जगह में शायद ही मिले। बता दे कि एसडीओ एमएस कंवर का पूरा परिवार वर्तमान में बिलासपुर मे रहता है। इसलिए वे भी अवसर देखकर अधिकतर बिलासपुर से ही अप डाउन करते है। भले ही जिला प्रशासन द्वारा जिला मुख्यालय में पदस्थ अधिकारी- कर्मचारियों को मुख्यालय के अंतर्गत ही रहने का आदेश दिया गया हो। लेकिन इस मामले में उनकी बात को मानता कौन है। क्योंकि जिला मुख्यालय में रहने वाले दर्जनों अधिकारी- कर्मचारी बिलासपुर जिले से ही अपडाउन करते है। तो भला इस मामले में एसडीओ कंवर कैसे पीछे रहते, इसलिए वो भी समय निकालकर बिलासपुर से अपडाउन कर लेते है। ऐसे में जब भी उनके कार्यालय जाएंगे तो अन्य कर्मचारियों का जवाब रहता है कि साहब फिल्ड में गए हुए है..! कहां...? पता नही..! आखिर एसडीओं साहब इतनी फिल्ड करते कहां- कहां है जो ज्यादातर कार्यालय में दिखते नही..? खैर छोड़िए एसडीओं साहब है, कुछ भी कर सकते है। फिलहाल वे वर्षों से एक ही स्थान में पदस्थ है। जबकि शासन के नियम अनुसार उनका स्थानांतरण कब का हो जाना था। लेकिन इनको अभयदान मिलता आ रहा है। शासन-प्रशासन को इस मामले में संज्ञान लेने की जरूरत है। क्योंकि एसडीओं अगर 17- 18 वर्षों से एक ही जगह पर रह सकते है तो अन्य अधिकारी- कर्मचारी क्यों नहीं।

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