कोरबा/चैतमा(IBN-24NEWS) राखी बाँधने भाईयों के घर पहुंची बहने लम्बी दुरी तय कर पहुंची और भाई भी कई जगह ग्रामीण अंचल मे लम्बी दुरी तय कर कर राखी बंधवाने बहनो के घर पहुँचे ,नई व्याहता बहने भी अपने मायके पहुँचे,रक्षाबंधन का त्योहार रविवार को नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में धूमधाम से मनाया गया,, सबसे पहले लोगों ने मंदिरों में पहुंचकर भगवान को राखी बांधी, इसके बाद भाईयों की कलाई पर राखी बाँधी गईं , राखी बांधने के लिए पुरे दिन मुर्हूत रहा, इसलिए बहनों के लिए दिन में भाईयों को राखी बांधने के लिए मुर्हूत का इंतजार नहीं करना पड़ा। राखी बांधने के बाद बहनों ने भाईयों से सुरक्षा का वचन लिया,वहीं भाईयों ने गिफ्ट भी दिए।
इसके अलावा पुलिस सहायता केंद्र चैतमा में भी महिला स्वयं सहायता समूह के महिलाओ ने भी पुलिस चौकी के कर्मचारीओ को राखी बांधा गया,भाई बहन के अटूट प्रेम का पर्व रक्षाबंधन त्यौहार ग्रामीण अंचलों मे बड़े के साथ मनाया गया, भाई बहन ने एक दूसरे को बधाई दी, प्राचीन धर्मानुसार लक्ष्मी माता ने राजा बलि को रक्षासूत्र बाँधा था तब से यह त्यौहार ख़ुशी उत्साह के साथ सभी सनातनी मनाते आ रहे है,वही रक्षाबंधन के लिए एक कहानी और प्रसिद्ध है जिसमें द्वापर युग में कृष्ण को द्रोपती ने अपनी साड़ी से कृष्ण को राखी बांध कर पुरे जीवन रक्षा का वचन माँगा था, तब से ऐसी मान्यता है की रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जा रहा है,राखी का त्यौहार पारंपरिक जोश और उल्लास के साथ मनाया गया,बहनों ने अपने भाइयों को तिलक लगाया, कलाइयों पर राखी बांधी और उन्हें मिठाई खिलाकर उनकी लंबी आयु एवं समृद्धि की कामना की. वहीं भाइयों ने अपनी बहन की हर परिस्थिति में रक्षा करने का वचन दिया. यह त्योहार परिवार के सदस्यों से मिलने का अच्छा मौका था. लोगों ने अपने व्यस्त दैनिक कार्यों से समय निकाला और सगे संबंधियों से मिलने गए. इस दौरान लोगों ने एकदूसरे को उपहार भी दिये. मिठाइयों और उपहारों की दुकानों पर लंबी कतारें लगी रहीं, वही देखा गया की लम्बी दुरी की परवाह न करते हुए बहनो ने अपने भाईयो के कलाई मे राखी बांधा।
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