कोरबा/चैतमा(IBN-24NEWS) छत्तीसगढ़ की पहला त्यौहार हरेली चैतमा के साथ आसपास के ग्रामीणों में पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, पारम्परिक तीज-त्योहारों और रीति रिवाजो को सहेजने के उद्देश्य से इस बार हरेली का त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाने का निर्णय लिया गया था इसी ताराभयान मे ग्रामपंचायत चैतमा के जनप्रतिनिधिओ द्वारा गोठान मे छत्तीसगढ़ की पारम्परिक त्योहार हरेली को स्थानीय गौठानों में कृषि उपकरण एवं गौ-माता की पूजा करते हुये उत्साह एवं हर्सोल्लास के साथ मनाये जाने का निर्णय लिया गया,छत्तीसगढ़ के प्रथम त्यौहार हरेली पर्व ग्रामीणों के बीच मनाएं छत्तीसगढ़ की परंपरा के अनुसार खेती संबंधित उपयोग किए जाने वाली सभी प्रकार की वस्तुएं का पूजा अर्चना कर वापस घर पर रखते हैं एवं अच्छी बारिश एवं अच्छी फसल की कामना करते हैं,हरेली छत्तीसगढ़ का पारंपरिक त्यौहार है,इस अवसर पर नागर खेती के औजारों को धोया जाता है उनकी पूजा की जाती है, गाय, गरूवा की पूजा होती है और ग्रामीण परिवेश में हरेली त्योहार का बहुत ज्यादा महत्व है,हरेली त्यौहार छत्तीसगढ़ वे धार्मिक महत्व के साथ-साथ सांस्कृति महत्व भी रखता है,छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था कृषि पर अधारित है इसलिये किसानों के लिये, मजदूरो के लिये मवेशी पालने वाले के लिये हरेली के त्योहार का बहुत ज्यादा महत्व है, चैतमा ग्राम के गोठान मे ग्राम चैतमा के नागरिकों के उपस्थित मे हरेली त्यौहार गोठान के साथ पुरे आसपास के ग्रामीण अंचलो हर्षोल्लास के साथ मनाया गया इस अवसर पर गोठान मे पाली नायाब तहसीलदार शनिच पैकरा, कृषि विस्तार अधिकारी देव शरण पैकरा, चैतमा ग्राम पंचायत चैतमा विपति बाई उपसरपंच सुकालू राम प्रजापति,वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अमरनाथ केवर्त, दिलेस्वर आदिले, कल्याण दास महंत, हेमंत यादव, अमूंद भारिया, अब्दुल अजीज खान, पुराण सिंह कंवर, मुरीत राम धनवार, इत्यादि सहित ग्रामीण जन उपस्थित मे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
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