वीर शहीद आदित्य शरण का 18 को मनाया गया पांचवा पुण्यतिथि, चबूतरा स्थल पर परिवार के साथ ग्रामीणजन हुए उपस्थित।



पाली थाना में शहीद के छायाचित्र को सलामी देकर किया गया श्रद्धांजलि अर्पित....।




कोरबा/पाली(IBN-24NEWS) दंतेवाड़ा में नक्सली हमले के दौरान नक्सलियों से लोहा लेते वीरगति को प्राप्त हुए शहीद आदित्य शरण प्रताप सिंह तंवर की पांचवी पुण्यतिथि बीते बुधवार 18 अगस्त को पाली विकासखण्ड अंतर्गत उनके गृहग्राम कर्रा चनवारी नावापारा में उनके चबूतरा स्थल पर परिवारजन एवं ग्रामीणों द्वारा मिलकर मनाते हुए नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। इस अवसर पर शहीद के पिता भानु प्रताप सिंह तंवर, माता श्रीमती चंद्रलता सिंह, ग्राम सरपंच श्रीमती पूर्णा सिंह, सरपंच पति डिगेश्वर सिंह (पिंटू), सामाजिक कार्यकर्ता आशीष अग्रवाल (सोनू), पंचगण सहित भारी संख्या में ग्रामवासी शहीद के चबूतरा स्थल पर उपस्थित हुए जिनके द्वारा वीर शहीद आदित्य शरण के पांचवी पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। वहीं पाली थाना प्रभारी, निरीक्षक पौरुष पुर्रे व पुलिस स्टाफ द्वारा मिलकर थाना में शहीद आदित्य के छायाचित्र के आगे दीप प्रज्वलित व पुष्पांजलि कर तथा सलामी देकर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। जहां उप निरीक्षक आर एस मिश्रा, एम पी लहरे, सहायक उप निरीक्षक पुष्पक सिंह ठाकुर, प्रधान आरक्षक अश्वनी निरंकारी, प्रवीण नरडे, जवाहर सिंह राज, हिरावन सिंह सरोते, आरक्षक नरेंद्र पाटनवार, राजेश राठौर, संजय साहू, प्रेम कंवर, संजय सिंह, प्रफुल्ल पंथ, रमेश कश्यप, गितेश देवांगन, नरेंद्र नागेश, इंद्र कंवर, श्रीमती अनिता जगत व नगर सैनिक कृष्णा डिक्सेना, संजय डिक्सेना उपस्थित थे।


ज्ञात हो कि शहीद आदित्यशरण प्रताप सिंह तंवर की तैनाती दंतेवाड़ा थानांतर्गत इलाके में थी। जहाँ विगत 16 अगस्त 2016 को सर्चिंग के दौरान कुंआकोंडा जंगल में अचानक हुए नक्सली हमले के दौरान मोर्चा सम्हाल और नक्सलियों से लोहा लेते हुए वे घायल हो गए थे। और उपचार के दौरान 18 अगस्त को उन्हें शहादत की प्राप्ति हुई थी। तथा इसी दिन शहीद के पार्थिव शरीर को उनके गृहग्राम कर्रा चनवारी नावापारा लाया गया एवं प्रशासनिक अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों की उपस्थिति में राजकीय सम्मान के साथ उनके पार्थिव देह को पंतत्व मे विलीन किया गया था। एवं अंतिम विदाई दी गई थी।


शहीद के शहादत को भूलते जा रहे क्षेत्रीय जनप्रतिनिधिगण।

भारत माँ के जिस वीर जवान ने देश की सुरक्षा व सम्मान के खातिर सीना तान अपनी जान न्योछावर कर दिया, उस लाल की शहादत को जनप्रतिनिधिगण शायद भूल गए और शहादत दिवस के मौके पर सत्ता या विपक्ष का कोई भी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि शहीद वीर जवान के गृहग्राम स्थित उसके चबूतरा स्थल पर पांचवी पुण्यतिथि हेतु श्रद्धांजलि अर्पित करने नही पहुँचे। यह एक दुर्भाग्यजनक बात है। लगता है क्षेत्रीय जनप्रतिनिधिगण ऐसे कार्य अवसर के लिए भी आमंत्रण-निमंत्रण की अपेक्षा रखते है।


शहीद के नाम पर स्कूल का नामकरण, स्मारक, चबूतरा एवं पचरी निर्माण की घोषणा हुई हवा हवाई।

शहीद आदित्यशरण प्रताप के पंचतत्वविलीन काल के दौरान हजारों की संख्या के बीच उपस्थित पाली तानाखार के पूर्व विधायक रामदयाल उइके द्वारा शहीद चबूतरा एवं स्मारक निर्माण कराए जाने की घोषणा की गई थी। इसके अलावा कोरबा लोकसभा के पूर्व सांसद स्व. श्री बंशीलाल महतो द्वारा भी शहीद के नाम पर उसके गृहग्राम के स्कूल का नामकरण व पचरी निर्माण कराने घोषणा किया था। लेकिन आज पर्यंत तक उक्त घोषणाओं पर अमल नही हो सका और किये गए घोषणाएं हवा हवाई होकर रह गई। शहीद के परिजनों ने इस ओर जिला प्रशासन का अनेक बार ध्यानाकर्षण कराया किंतु इस ओर गंभीरता से संज्ञान लेना प्रशासन ने मुनासिब नही समझा। जहाँ इस अनदेखी से शहीद के परिवारजन व ग्रामीण पांच वर्ष से उपेक्षित है।

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