फिर से मवेशी तस्कर हुए सक्रिय पुलिस की मौन पर भी उठ रहे सवाल?




संवाददाता -महेन्द्र कुमार, ब्यूरो चीफ रायगढ़

 रायगढ़(IBN-24NEWS)लगातार जिले के विभिन्न क्षेत्रों से बर्बरता पूर्वक हाँकते पीटते व वाहनों में कूचा कूच भर कर सीमावर्ती प्रान्त के बूचड़खानों को कर रहे तस्करी। लाखा के पास हुए दुर्घटना दुहराने का किया जा रहा इंतजार। 

 धरमजयगढ़ क्षेत्र रायगढ़ जिला के समीपवर्ती दिगर प्रान्त को इन दिनों लगातार मवेशियों का तस्करी जोरों पर तस्कर खुले आम लॉक डाउन के हटते ही अंजाम इन दिनों खुले आम दे रहे है।जहाँ इस काम को लेकर तस्करों के जिला सहित जिला से सटे अन्य जिलों के बीच इन तस्करों का अच्छा खासा कॉरिडोर बना हुआ है।जहाँ इस काम को अंजाम पूर्व में रात के अंधेरे में सैकड़ो के तदात में हाँकते पीटते क्रूरता के साथ जांजगीर चांपा जिला के शक्ति से होते पलगड़ापहाड़ कर खरसिया थाना क्षेत्र शहित जोबी चौकी के होते छाल थाना क्षेत्र के पोड़ी, बरबसपुर, मुनुनन्द,होते रात्रि विश्राम पुरूँगा में करते ही यहाँ से बर्तापाली,समारसिंघ होते आमपाली मे बने मावेसी बाजार तक पहुँचा दिया जाता है।



 आमपाली से सुरु होता है समीपवर्ती प्रंतो को तस्करी का खेल:- 

 आमपाली मवेशी बाजार से इन मवेशियों का होता है खरीद बिक्री और यहाँ से तय किया जाता है कि किन मवेशियों को उड़ीसा प्रांत को भेजना है।बचे हुए मवेशियों के ऊपर फिर होता है बर्बता और हाँकते पीटते भूखे प्यासे इन मवेशियों को पुनः जिला के अंतिमछोर पर बने मवेशी बाजार के लिए हांकना प्रारम्भ किया जाता है। जहाँ इसके खरीदार सप्तहा के एक निश्चित दिन तय कर खरीदी के लिए चरखापारा मवेशी बाजार को आते हैं।जहाँ से जिला से सटे जशपुर जिला होते रांची झारखंड बिहार उड़ीसा उत्तरप्रदेश जैसे प्रान्त में बने बूचड़खानों को परोसा जाता है। जिसके लिए हाँकते पीटते खदेड़ते इन बेजुबानों को गांव से दूर जंगलो पे लेजाकर रात होने का इंतजार किया जाता है। रात के होते ही अंधेरे में कन्टेनर ट्रक, पिकप जैसे वाहनों को जंगल के अंदर लगा कर इन बेजुबानों को गाड़ी में लाद कर पैरों को रस्सी से बांध एक के ऊपर एकबोरी की तरह जीवित मवेशियों को थप्पी के तरह गांज कर लेजाया जाता है। बने कॉरिडोर में इन थानों से होकर गुजरती है दिन रात मवेशी तस्कर द्वारा मवेशी के कारनामे को अंजाम देने को लेकर रायगढ़ जिले के विशेस कर इन थानों के बीच इस काम को लेकर बना है कॉरिडोर जिसमे पलगड़ा सक्ति थाना के पार होते ही खरसिया थाना से होते जोबी चौकी को पार कर छाल थाना से धरमजयगढ़ थाना होते हुए रैरुमा चौकी क्षेत्र को रोजाना सैकड़ो मवेशी जत्थे के जत्थे पार कर रहे हैं।जिनपर थाना का नजर न पड़ना पुलिस के कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगाता है।।

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