रायपुर(IBN24NEWS) / अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पंचायत सचिव एक बार फिर मुखर हो गए हैं। पंचायत सचिवों की ओर से corona रोकथाम संबंधी गतिविधियों में ड्यूटी के दौरान निधन होने पर आर्थिक सहायता देने की मांग की गई है। इस बाबत उन्होंने लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के नाम एक पत्र भी लिखा है।
इस पत्र में बताया गया है कि संक्रमण काल के दौरान पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर प्रवासी श्रमिकों के लिए समय-समय पर क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। इन क्वॉरेंटाइन सेंटर रूम में प्रवासी श्रमिकों एवं बाहर से आने वाले व्यक्तियों के भोजन आवास और देखभाल की पूरी व्यवस्था पंचायत सचिवों के द्वारा की जाती है। यहां तक कि corona संक्रमित व्यक्ति के मरने पर हॉस्पिटल से परिवहन की व्यवस्था अंतिम संस्कार में मदद और कुरकुरा टीकाकरण में भी पंचायत सचिव महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
ऐसे में अगर ड्यूटी के दौरान पंचायत सचिवों की मौत हो जाती है, तो सरकार को उन्हें आर्थिक सहायता करनी चाहिए। इस पत्र में जिक्र किया गया है कि इस कार्य के दौरान सैकड़ों पंचायत सचिव भी कोरोना पॉजिटिव हो गए और लगभग 12 सचिवों की मौत भी हो चुकी है। लेकिन अब तक उनके परिवार वालों को सहायता राशि नहीं दी गई । पंचायत सचिवों ने मृतकों के परिवार के भरण पोषण हेतु शासन से आर्थिक सहायता और सचिवों के बीमा करने की बात कही है।
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