सूरजपुर/-छत्तीसगढ़ के युवा नेता बीपीएस पोया प्रदेश सचिव एवं सरगुजा संभाग प्रभारी एपीआई ने श्रीमती रेणुका सिंह सरगुजा सांसद केंद्र राज्य प्रभारी मंत्री के प्रेस वार्ता बयान पर जिसमें वे 3 वर्षों में कार्य पूर्ण नहीं होने पर राजनीतिक इस्तीफा दे दूंगी ।इस बयान को लेकर युवा नेता पोया जी ने जमकर पलटवार करते हुए कहा की सरगुजा संसदीय क्षेत्र में लगातार बीजेपी के सांसद चुनकर आते रहे सरगुजा यह आदिवासी मूलवासी अति पिछड़ी जनजातियां निवासरत है जिसका विकास अभी तक नदारत रखा गया है, राज्य एवं केन्द्र सरकारों ने सरगुजा वासियों को प्रलोभन देकर वोट लेते रहे परन्तु वास्तव में सरगुजा का विकास करना है तो सरगुजा संसदीय क्षेत्र व छत्तीसगढ़ में मुख्य रूप से समान शिक्षा , बेरोजगार युवाओं को रोजगार, किसान - मजदूरों की आय को चार गुनी , महिलाओं को 50% आरक्षण , अनुसूचित क्षेत्रों में पेशा कानून , ग्रामसभा का अधिकार,
वन अधिकार अधिनियम , मालिकाना हक , स्थानीय लोगों को 90% प्रतिनिधित्व , विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय , वातावरण अनुकूलन जीव - जंतु ,पेड़ पौधे संरक्षण , संस्कृति व सभ्यता की झलक , सरगुजा की विकास हो या समस्या , निराकरण की आवाज संसद भवन तक गूंजे तब जाकर सरगुजा के अंतिम झोर तक नागरिकों का विकास हो पायेगा ।
पोया ज ने वर्तमान देशव्यापी किसान आन्दोलन पर प्रभारी मंत्री एवं केन्द्र बीजेपी मोदी सरकार को निशाना साजते हुए तानाशाही सरकार कहा उन्होंने शहीद किसानों को श्रद्धांजलि दिए और कहा कि हम केंद्र सरकार के 3 काले कृषि कानून को वापस लेने की मांग करते हैं और हम किसानों के आंदोलन में पूर्ण समर्थन करते हैं।
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