सरकारी गुरूजी बने ठेकेदार जो कर दिये लाखों रुपए की गोल-माल भ्रस्टाचारी के चाढा हत्थे।







जी.पी.एम:- जिला के अंतर्गत ग्राम पंचायत नाका और जनपद पंचायत मरवाही मे ग्राम पंचायत नाका मे निरंकुश कर्मचारी रघुनाथ खुसरो जो एक शिक्षक है, शासन की सरकारी तनख्वा से भी पेट नहीं भर रहा है, शिक्षक होने के बावजूद भी ठेकेदारी का काम कर रहे है, 





ग्राम पंचायत नाका की निवासी है जो प्रधान मंत्री आवास योजना ठेकेदारी मे अपना लाभ उठा रहे है, ऐसे कई गरीब लोगो के आवास का ठेका ले के उन्हें आपूणछोड़ दिया है, बेबस गरीब न्याय की गुहार लगा रहे है, ऐसे शिक्षक एक कलंक के सम्मान है, जो बच्चों को पढाते है की अपना ठेकेदारी का काम देख रहे हैं, शिक्षक होने के नाते एक कलंक की बात है। 

जब की कोई भी सरकारी कर्मचारी शासन एवं प्रशासन के नियम के साथ कोई शिक्षक ठेकेदारी का कार्य नही कर सकता, लेकिन ग्राम पंचायत नाका के सचिव और रोजगार सहायक की मिली भगत से शिक्षक से ठेकेदारी का कार्यकरा रहे है। 

 प्रधानमंत्री आवास योजना कार्य  जिसमें गुडवत्ताहिन कार्य हुआ है, जिससे पूरे हितग्राहियो न खुश हो कर भरी आक्रोस मे है, बरसात के दिन मे छत से पानी पूरे घर के अंदर गिरता है, जिसमे मटेरियल मे भारी मात्रा में गोल माल किया गया है, छत मे दारार भी आ गया है, और न हि छपाई हुआ है, सामने को छपाई कर बताया गया कि फोटोस ले लिया गया है, बड़ी मुश्किल से गरीब आदमी अपना गुजर बसर कर रहे हैं, और ठेकेदार अपने घर मे सरकारी तनख्वा ले कर और गरीब हिग्रहियों का लाखों रुपए का भ्रस्टाचारी कर आराम से अपने घर मे सो रहे है, ग्रामीणों की कहना है कि आधा से जयदा सीमेंट, छड़, बजरी गिट्टी, को अपने घर ले जाता था, और छपाई करने के लिए बोलते थे बोलता था आज, काल कर के घूमता रहता था, 

   

रघुनाथ खुसरों ठेकेदार जो एक सरकारी शिक्षक होने के बाद भी ठेकेदारी कर रहे है, और खुले आम कर दिये लाखों रुपये की भ्रस्टाचारी कर अपना जेब गर्म कर लिए,


 हो सकते है पंचायत सचिव, रोजगारसहयक और ठेकेदार तीनों की मिली भगत कर गबन कर लिए लाखों रुपए


क्या शासन गरीब हितग्राहियो की आवाज सुनेंगे और ठेकेदार सरकारी कर्मचारी शिक्षक रघुनाथ खुसरो के उपर कार्यवाही करेगे 


ग्रामीणों ने जल्द से जल्द कार्यवही की माँग किये है, फूल कुवांर मोती लाल रीना बाई और समस्त ग्रामीणों ने ठेकेदार पर लगाए गंम्भीर आरोप। 


 जिला संवाददाता: -भुवन मार्को की रिपोर्ट

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