छत्तीसगढ़ के संस्कृति व छत्तीसगढ़ियो के ऊपर हो रहे आत्याचर पर आधारित फिल्म जोहार छत्तीसगढ़ ने पुरे किए 50 दिन

 



छत्तीसगढ़ के संस्कृति व धरोहर छत्तीसगढिय़ों के अधिकार व अभिमान की फिल्म जोहार छत्तीसगढ़ ने अपना 50 दिन पूरा कर लिया है। फिल्म के लीड एक्टर और निर्देशक देवेन्द्र जांगडे और फिल्म के निर्माता सेकेन्ड लिड एक्टर राज साहू व उनकी पुरी टीम को यूट्यूबर मंगलेश डनसेना ने दी बधाई दी है फ़िल्म के निर्देशक देवेंद्र जांगड़े के निर्देशन में बनी पहली फि़ल्म ने ही 50 दिन पूरा किया। देवेन्द्र जंगड़े ने बताया कि लॉकडाउन के चलते उनकी फिल्म थिएटर से उतर गयी थी फिर दर्शको की मांग पर दुबारा लॉक डाउन के बाद सिनेमाघरो में प्रदर्शित हुई जिसमें सर्वप्रथम दर्शकों की मांग पर जोहार छत्तीसगढ़ को पुन: लगाया गया और जोहार छत्तीसगढ़ का ऐतहासिक 50 दिन पूरा हुआ। फिल्म के सभी सदस्य बहुत खुश है कि उनकी फिल्म ने 50 दिन पूरा कर लिया है 

देवेन्द्र जांगड़े व राज साहु का कहना है जोहार छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ के संस्कृति व छत्तीसगढ़ीयो के ऊपर हो रहे आत्याचार पर आधारित है जिसमें  छत्तीसगढ़ियों को अपना अधिकार जानने व समझने में आसानी होगी जोहार छत्तीसगढ़ फिल्म में दर्शाया गया है कि किस तरह से दुसरे देशो से लोटा लेकर आया हुआ व्यक्ति एक बोट के अधिकार से लोकतंत्र के अंदर नेता मंत्री और विधायक सांसद बन जाता है और राज्यो के मुल निवासियों को शराब के नसो में डुबाकर उनके जल जंगल और जमीन पर अपना आधिपत्य स्थापित कर लेता है और राज्य की जनता पर शासन करने लगता है जोहार छत्तीसगढ़ फिल्म छत्तीसगढ़ीयो में ऊर्जा उत्पन्न करने का काम करती हैं और अपना अधिकार जल जंगल और जमीन को मांगने और उनसे छीनने के लिए प्रेरित करता है फिल्म जोहार छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ियो के ऊपर हो रहे अत्याचार पर आधारित है जो छत्तीसगढ़ीयो को बहुत पसंद आ रही है व राज्य वासी फिल्म जोहार छत्तीसगढ़ की प्रसंशा भी कर रहे हैं।


छत्तीसगढ़ी संस्कृति व परंपरा पर आधारित फिल्म जोहार छत्तीसगढ़ के निर्माता निर्देशक व उनकी पुरी टीम को जिन्होंने कड़ी मेहनत कर फिल्म में छत्तीसगढ़ राज्य की सच्चाई को दर्शाया है जोहार छत्तीसगढ़ के सभी सदस्यों को फिल्म के 50 दिन पूरे होने पर यूट्यूबर मंगलेश डनसेना व छत्तीसगढ़ वासीयो ने बधाई दी है साथ ही दर्शोकों को भी आभार जताया है

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