एसईसीएल भटगांव महान वन खुली खदान से डीज़ल चोरों से एक जरकिन सहित सोल्ड मोटरसाइकिल जप्त वहीं चोर भागने में रहे कामयाब।



सूरजपुर/भटगांव-- एसईसीएल की महान 1 खुली खदान भटगांव में डीजल चोरी कर रहे चोरों से एक डीजल से भरी जरकिन सहित एक मोटरसाइकिल सोल्ड बजाज प्लेटिना को एसईसीएल सुरक्षा कर्मचारी महेंद्र सिंह मार्को सहित अन्य कर्मचारियों के द्वारा जप्त किया गया है लेकिन चोरी में संलिप्त चोर भागने में कामयाब रहे।सुत्रो से पता चला है कि  गाड़ी चंदर पुर के कवल साय की बताई जा रही है । कवल साय एवं उसके साथी महान वन मे ड्राइवर का काम करता है ।  एसईसीएल सुरक्षा कर्मचारियों से मिली जानकारी के अनुसार जप्त की गई डीज़ल की जरकिन और सोल्ड प्लेटिना मोटरसाइकिल को भटगांव थाना को उचित कार्यवाही के लिए सौंप दिया गया है लेकिन इस पर भटगांव थाना के द्वारा क्या कार्यवाही की गई इसकी जानकारी अभी प्राप्त नही हो पाई है।


ज्ञात हो कि एसईसीएल भटगांव के खुली खदानों में डीज़ल चोरी का कारोबार कई वर्षों से जारी है जो कि रुकने का नाम नही ले रहा जिससे एसईसीएल को सालाना करोडों का नुकसान उठाना पड़ता है। एसईसीएल भटगांव महान 1 खुली कोयला खदान के द्वारा सुरक्षा को लेकर करोडों रुपये सालाना खर्च करने के बाद भी एसईसीएल भटगांव को लग रहा है डीजल चोरी में करोड़ों का चुना। एसईसीएल के द्वारा सुरक्षा मानकों में करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद बड़े पैमाने पर डीजल चोरी की घटनाओं से सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लग गया है। एसईसीएल के महान 1 खुली खदान में सुरक्षा कर्मी तैनात रहते हैं, ऐसे में डीज़ल चोरों का खदान के अंदर घुस जाना और डीज़ल चोरी कर बाहर जाना कई संदेह को जन्म दे रहा है ।


भटगांव एसईसीएल महान 1 खुली खदान में डीज़ल चोरों का गिरोह कई वर्षो से खदान से लगातार डीजल की चोरी कर रहा है। यह जानकर आश्चर्य होगा कि जरकिन से चोरी का डीजल खदान से बाहर निकालते हैं और उसके बाद मोटरसाइकिल या फोर विलर गाड़ी में डाल कर ले जाया जाता है, एसईसीएल भटगांव महान 1 खुली खदान से लुकछिप कर डीजल चोरी नहीं, बल्कि खुलेआम खुलेआम डीज़ल की चोरी होती है।



शिफ्ट बदलने के दौरान होता है सारा खेल-- एसईसीएल भटगांव महान 1 खुली खदान में रात में द्वितीय पाली की ड्यूटी खत्म होती है और रात में नाइट शिफ्ट शुरू होता है। इस बीच शिप्ट बदलते वक्त खाली रहता है और यही वह वक्त है, जब चोर गिरोह खदान के अंदर घुसते हैं और डीजल चोरी कर भाग निकलते हैं। इस अवधि में यदि सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त की जाए, तो डीजल चोरी की घटनाओं में अंकुश लग सकता है।



एसईसीएल के अफसर नहीं लेते सुपुर्दनामा

एसईसीएल के अधिकारी भी अप्रत्यक्ष रूप से डीजल चोरों का सहयोग कर रहे हैं। एक तो पुलिस डीजल चोरी के मामले में तत्काल कार्रवाई नहीं करती, यदि करती है तो एसईसीएल के अधिकारी सुपुर्दनामे में लेने तैयार नहीं होते। डीजल चोरी से एसईसीएल को हर साल करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा, इसके बाद भी शीर्ष अफसर इसे लेकर गंभीर नहीं है।


मोहन प्रताप सिंह (ब्यूरो चीफ) IBN24 न्यूज चैनल, जिला सूरजपुर, छत्तीसगढ़। 9098941446




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