रेत खदान के ठेकेदार द्वारा रायल्टी मे किया जा रहा है मनमानी उगाही



 ट्रेकटर चालक सहित ग्राहक हुये परेशान

कोरबा/कटघोरा-कोरबा जिला मे रेत खदानो का ठेका नहीं हुआ था,तब अवैध रेत खनन के लिए खनिज विभाग के अधिकारीयों के द्वारा सभी रेत खदानो पर जा-जा के छापा मारकर अनेक ट्रेकटरो व ट्रको को जप्ती कर रहे थे,जिससे ट्रेकटर व ट्रक मालिक सहित ग्राहको को बहुत परेशानियाँ झेलनी पड़ रही थी,जब रेत खदान का ठेका नहीं हुआ था तब लेकिन अब कोरबा जिला मे 16/10/2020से सभी रेत खदानो का ठेका हो गया है,अब ठेकेदार द्वारा रायल्टी के नाम पर मनमानी उगाही कर रहे है,जिससे  ट्रेकटर व ट्रक मालिक इस परेशानियों से जुझ रहे हैं!




यह मामला कटघोरा तहसील अन्तर्गत धन्वईपुर रेत खदान कि है,जहा ठेकेदार के द्वारा रायल्टी के नाम पर अवैध उगाही किया जा रहा है,ट्रेकटर मालिकों का कहना है कि देकेदार के द्वारा 700रुपय पर ट्रेकटर लिया जा रहा है और पर्ची मे 491 रुपय लिखा जा रहा है,और जब उसका विरोध ट्रेकटर मलिको के द्वारा किया गया तो उपर से आदेश आया है अब रायल्टी नहीं काटा जायेगा आज करके उनके द्वारा बोला गया,अब आप हि लोग बताइये कि रेत कि शासकिय दर 163.53रुपय प्रति घन मीटर् है,ट्रेकटर मे 3घन मीटर् लोडिन्ग होता हैं, उस हिसाब से 491रुपय होता है,लेकिन धन्वईपुर रेत खदान के ठेकेदार द्वारा 700रुपय ले कर 491रुपय रायल्टी पर्ची मे लिख कर थमा दिया जा रहा है, इस तरह उनके द्वारा रायल्टी के नाम पर मनमानी   रकम वसुली किया जा  रहा है, जिससे ट्रक व ट्रेकटर मालिकों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है!ये एक कहावत जैसे "दुख उपर फ़ोडा "वाली बात हो गयी है,अगर रायल्टी पर्ची कटवा रहे है तो उधर ठेकेदार से रायल्टी के नाम पर मनमानी और अगर रायल्टी पर्ची नहीं कटवा रहे हैं तो खनिज विभाग के अधिकारीयों से परेशान है, एसे ने ट्रक व ट्रेकटर मालिक करे तो क्या करे आप हि लोग बताइये,जबकि ठेकेदार के हि द्वारा उन लोगों को फ़ोन करके सुचना दिया गया था, कि अब रायल्टी चालु हो गया है करके और जब उन लोगो के द्वारा गाडी लोड करने के बाद रायल्टी के लिये 700रुपय माँग कर रहे थे और जब उन लोगों के द्वारा जब उसका विरोध किया गया तो उपर से आदेश है अब रायल्टी नहीं काटा जायेगा करके बोला गया,जबकि रेत कि शासकिय दर निर्धारित हो गया है!इस तरह ठेकेदार के द्वारा अपना मनमानी किया जा रहा है!अब देखने वाली बात यह है कि खनिज विभाग के अधिकारी इस रायल्टी के नाम पर मनमानी उगाही करने वाले ठेकेदारों पर रोक लगा पाते हैं कि नहीं।


संवाददाता : अजय दास महंत की खास रिपोर्ट

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