शहीदे आजम भगत सिंह की जयंती पर संघर्ष तेज करने का लिया संकल्प




मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा शहीदे आजम भगत सिंह की 113 वीं जयंती बांकी मोंगरा में मनाया गया

सर्वप्रथम भगत सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दिया गया और शहीद भगत सिंह जिंदाबाद, शहीदों तेरे अरमानों को मंजिल तक पहुचायेंगे,शहीदों को लाल सलाम, साम्राज्यवाद मुर्दाबाद, समाजवाद जिंदाबाद,इंकलाब जिंदाबाद नारे लगाए गए। शहीद भगत सिंह के जयंती पर माकपा जिला सचिव प्रशांत झा ने कहा कि भगत सिंह का जन्म 27 सितम्बर 1907को हुआ था और देश की आजादी के लिए 23वर्ष की उम्र में हंसते हंसते फांसी पर चढ गए। उनका सपना था कि भारत देश आजाद होगा तो सबको एक समान शिक्षा और सबको रोजगार की गारंटी मिलेगी,हर खेत में पानी पंहुचेगा और खुशहाली आएगी शोषण अन्याय मुक्त व बराबरी पर आधारित जिस आजाद भारत का सपना देखा था वह उनकी शहादत के इतने साल बाद भी अधूरा है

शहीद भगत सिंह के विचारों को जन जन तक लेजाकर जन आंदोलन के लिए प्रेरित करना होगा और भगत सिंह का सपना जन आंदोलन से ही पूरा हो सकता है कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जवाहर सिंह कंवर, दिलहरण बिंझवार,रमेश शर्मा, अजय अग्रवाल, श्याम यादव उपस्थित थे



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