अनुविभागीय अधिकारी कंवर को पाली आरईएस की कुर्सी का मोह, अन्यंत्र स्थान्तरण के एक वर्ष बाद पुनः पाली में काबिज, 9 वर्ष से जमे रहकर निर्माण कार्यों का कर रहे बंटाधार




कोरबा/पाली:-लगता है ग्रामीण यांत्रिकी सेवा उप संभाग पाली की कुर्सी पर फेविकोल का जोड़ लगा हुआ है।जो पिछले लगभग 9 वर्ष से एसडीओ एमएस कंवर एक ही स्थान पर जमे हुए है।तथा घटिया निर्माण कार्यों पर आंख मूंदकर गुणवत्ता का प्रमाणपत्र जारी करते हुए जमकर भर्राशाही को अंजाम दे रहे है।एसडीओ एमएस कंवर वर्ष 2010 में बतौर पाली में पदस्थ हुए जहाँ 2017 में उनका अन्यंत्र स्थान्तरण किया गया तथा उनके स्थान पर एसडीओ पी कुजूर को पाली की जिम्मेदारी सौंपी गई।लेकिन वर्ष 2018 में एमएस कंवर की पाली पुनः वापसी हो गई और इस प्रकार वे लगभग 9 वर्ष से आरईएस पाली की कुर्सी पर जमे रहकर दोनों हाथों से धन बटोरने में लगे हुए है।इस तरह शासन के स्थान्तरण नीति में वे प्रभावित तो हुए लेकिन पूर्व के सत्ता पक्ष के अपने आकाओं की जी हुजूरी करके अपना स्थान्तरण दोबारा पाली करवा लिया गया।लगता है इनको पाली का हवा-पानी कुछ ज्यादा ही भा गया है।इसीलिए 9 वर्ष पश्चात भी कुर्सी का मोह नही छोड़ पा रहे है।इसके अलावा दूसरी वजह यह भी है कि एसडीओ साहब को यहां मनमुताबिक काम करने को मिलता है जो अन्य जगह में शायद ही मिले।


बता दे कि एसडीओ एमएस कंवर का पूरा परिवार इन दिनों बिलासपुर मे रहता है।इसलिए वह भी अधिकतर बिलासपुर से ही अपडाउन करते है।भले ही कलेक्टर द्वारा वर्तमान कोरोना संकट को लेकर जिला तथा ब्लाक मुख्यालयों में पदस्थ अधिकारी-कर्मचारियों को मुख्यालय के अंतर्गत ही रहने का आदेश दिया हो।लेकिन इस मामले में उनकी बात को मानता कौन है।क्योंकि पाली मुख्यालय के विभिन्न शासकीय कार्यालयों में पदस्थ दर्जन भर से अधिक अधिकारी- कर्मचारी बिलासपुर से ही आनाजाना करते है।तो भला इस मामले में एसडीओं कैसे पीछे रहने वाले और समय देखकर चुपके से बिलापुर की दौड़ लगा देते है।फिलहाल वे नौ सालों से एक ही स्थान में पदस्थ रहकर मनमानी को अंजाम दे रहे है।जिसके कारण ग्राम पंचायतों में होने वाली निर्माण कार्यों का मौके पर जाकर निरीक्षण करने के बजाय कार्यालय में बैठे- बैठे ही गुणवत्ता प्रमाणिकता कर दी जाती है।जिससे निर्माण का स्तर भी दयनीय हो चला है।यदि जिला प्रशासन द्वारा पाली विकासखण्ड के पंचायतों में बीते वर्ष हुए निर्माण कार्यों की निष्पक्ष जांच कराई जाए तो घटिया कार्यों के अनेक प्रत्यक्ष उदाहरण सामने आएंगे जो एसडीओ कंवर के भष्ट्र कृत्यों को दर्शाता है।एसडीओ एमएस कंवर ने पूर्व में भी किस प्रकार मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना के तहत स्वीकृत विकासकार्यों में जमकर भ्रष्ट्राचार को अंजाम दिया था तथा जिसकी जांच पश्चात एसडीओ कंवर पर कितने की वसूली लंबित है।इस मामले को भी जल्द ही खबर के माध्यम से सामने लाया जाएगा।

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